रांची : मेडिकल के स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए आयोजित NEET-UG में रिकार्ड 67 अभ्यर्थियों द्वारापहली रैंक हासिल करने पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने इसके कारणों को स्पष्ट किया है और कहा है कि ऐसा आसान परीक्षा, पंजीकरण में वृद्धि, एक सवाल के दो सही जवाब और परीक्षा में समय की बर्बादी के कारण ग्रेस मार्क्स प्रदान किया जाने के कारण हुआ हैं।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का परिणाम मंगलवार को घोषित किया गया और इसमें 67 अभ्यर्थियों ने पहली रैंक हासिल की है। परीक्षा में कुल 20.38 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया था। जिनमें से 11.45 लाख सफल हुए हैं।
परिणाम की घोषणा के बाद रिकार्ड संख्या में टापर्स और अभ्यर्थियों द्वारा 718 व 719 अंक प्राप्त करने पर चिंता प्रकट की गई और इंटरनेट मीडिया पर परीक्षा में व्यापक अनियमिततत्ता के आरोप लगाए गए।