डिजीटल डेस्क : Akhilesh Yadav In Loksabha – सपा मुखिया ने बोला हमला, कहा – ‘अवाम ने हुकूमत का गुरूर तोड़ा, होइहीं सोई जो राम रची राखा’ । 18वीं लोकसभा के गठन के बाद संसद के पहले सत्र की कार्यवाही के दौरान मंगलवार को अपने संबोधन में समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने सधे अंदाज में व्यंग्य बाण चलाते हुए सत्ताधारी एनडीए और भाजपा पर जमकर हमला बोला। अखिलेश यादव ने अपने भाषण कहा कि ‘सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों लगातार अपनी बात रख रहे हैं। सबसे पहले, मैं स्पीकर और चुने गए सांसदों को बधाई देना चाहता हूं। साथ ही उन समझदार मतदाताओं को भी धन्यवाद जिन्होंने लोकतंत्र को एकतंत्र बनाने से रोका। अवाम ने हुकूमत का गुरूर तोड़ा, वे जीते जरूर लेकिन चेहरे से नूर गायब है। चुनाव के समय ऐसा कहा गया कि 400 पार पर समझदार जनता को फिर से धन्यवाद। सबसे अहम यह कि होइएं वही जो राम रचि राखा’।
अखिलेश यादव बोले – 4 जून को सांप्रदायिक राजनीति का अंत और सामुदायिक राजनीति की शुरुआत हुई
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने चुटीले अंदाज में कहा कि तोड़ने वाली राजनीति की हार हुई है और जोड़ने वाले राजनीति की जीत हुई है। देश अब व्यक्तिगत आकांक्षा से नहीं जन आकांक्षा से चलेगा। उन्होंने कहा कि विकास की ढिंढोरा पीटने वाले विनाश की जिम्मेदारी कब लेंगे। वाराणसी में लोग क्योटो का फोटो लेकर ढूंढ रहे हैं। चुनाव में इंडिया गठबंधन की नैतिक जीत हुई है। इंडिया और पीडिए की सामाजित न्याय की जीत हुई है। ये गिरने वाली सरकार है। 2024 का परिणाम हमारे लिए जिम्मेदारी भरा है। 4 जून को सामुदायिक राजनीति की शुरुआत हुई है। 4 जून को सांप्रदायिक राजनीति के अंत का दिन रहा। चुनाव में अवाम ने हुकूमत का गुरूर तोड़ दिया है। इस चुनाव में सकारात्मक राजनीति का नया दौर शुरू हुआ है और संविधान मंथन में संविधान रक्षकों की जीत हुई है। उन्होंने कहा, ‘आवाम ने तोड़ दिया हूकुमत का गुमार, दरबार तो लगा है, मगर बड़ा गमगीन बेनूर है और पहली बार ऐसा लग रहा है कि हारी हुई सरकार विराजमान है। जनता कह रही है कि चलने वाली नहीं, यह गिरने वाली सरकार है। क्योंकि ऊपर से जुड़ा कोई तार नहीं, नीचे कोई आधार नहीं, अधर में जो लटकी, वो तो कोई सरकार नहीं।’ उन्होंने कहा, ‘इस चुनाव में पूरे इंडी गठबंधन की जीत हुई है। यह इंडिया की सकारात्मक जीत हुई है। 2024 का परिणाम हम इंडिया वालों के लिए जिम्मेदारी से भरा पैगाम भी है। हम यह भी कहे 15 अगस्त 1947 अगर आजादी का दिन था, तो 4 जून 2024 देश के लिए सांप्रदायिक राजनीति से आजादी का दिन रहा। सबसे अच्छी बात यह है कि सांप्रदायिक राजनीति की हार हो गई।’
पूर्व सीएम अखिलेश बोले – अब केंद्र सरकार की मनमर्जी नहीं चलेगी
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एनडीए सरकार पर तीखा हमला जारी रखा। उन्होंने कहा कि अब मनमर्जी नहीं जनमर्जी चलेगी। उन्होंने कहा, ‘जो लोग चुनाव को अपनी तरह से मोड़ते हैं। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि इस चुनाव के परिणाम में तोड़ने वाली राजनीति की हार हुई है। वहीं जोड़ने वाली राजनीति की जीत हुई है। इस चुनाव में धन, छल, बल की नकारात्मक राजनीति की शिकस्त हुई है। यह चुनाव सकारात्मक का दौर शुरू हुआ है। संविधान ही संजीवनी है। यह संविधान मंथन में हैं। संविधान रक्षकों की जीत हुई है। मैं कहना चाहता हूं कि देश किसी की निजी महत्वाकांक्षा से नहीं, बल्कि जन आंकाक्षा से चलेगा। मतलब अब मनमर्जी नहीं मनमर्जी चलेगी।’
अखिलेश का सधा हमला – सरकार नौकरी नहीं देना चाहती, हो रहा पेपर लीक
लोकसभा में अपने भाषण में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में विकास के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ। यूपी में दो लोगों के बीच प्रभुत्व की लड़ाई का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। जुमला बनाने वालों से जनता का भरोसा उठ गया। यूपी में हर परीक्षा में पेपर लीक हो रहा है। पेपर लीक इसलिए हो रहा है क्योंकि सरकार किसी को नौकरी नहीं देना चाहती। बीते 10 सालों में सरकार की उपलब्धि पेपर लीक कराने की ही रही है। वह नहीं चाहते कि युवाओं को सरकारी नौकरी मिले। सरकार की मंशा सही होती तो पेपर लीक नहीं होते और युवाओं को नौकरियां मिलतीं। राष्ट्रपति का भाषण सरकारी भाषण था, उसमें सच्चाई नहीं थी। पेपर लीक मामले में सरकार पर बड़ा हमला करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में नौजवान जब तैयारी करके परीक्षा देने जाता था और बाद में उसके पता चलता था कि पेपर लीक हो गया है। उत्तर प्रदेश में केवल एक पेपर लीक नहीं हुआ है, जितनी भी परीक्षाएं हुई हैं, सब लीक हुई हैं। सिर्फ यूपी ही नहीं देश के कई अन्य प्रदेश भी हैं जहां पर पेपर लीक हुई है। 4 जून को परिणाम आने के बाद देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा का भी पेपर लीक हो गया। आखिरकार ये पेपर लीक क्यों हो रहे हैं? सच्चाई तो यह है कि ये सरकार ऐसा इसलिए कर रही है ताकि उसे युवाओं को नौकरी न देनी पड़े। पिछले 10 सालों में सरकार की उपलब्धि यही रही है कि एक शिक्षा माफिया का जन्म हुआ।
ईवीएम पर बोले अखिलेश यादव कि भरोसा नहीं और संघर्ष जारी रहेगा
ईवीएम पर अखिलेश यादव ने कहा कि ईवीएम का मुद्दा कायम रहेगा। यह मुद्दा न मरा है और न ही मरेगा। हमे इस पर पहले भी विश्वास नहीं था और अब भी नहीं है। अगर हम यूपी में 80 सीटें भी जीत जाएं तो भी ईवीएम पर भरोसा नहीं रहेगा। ईवीएम से जीत कर ईवीएम को हटाएंगे। हम समाजवादी ईवीएम को लेकर संघर्ष जारी रखेंगे।
सपा मुखिया बोले – अयोध्या की जीत हमारी मर्यादा की जीत
लोकसभा में मंगलवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि अयोध्या की जीत देश के परिपक्व मतदाता की जीत है। अयोध्या की जीत हमारी मर्यादा की जीत है। अयोध्या में भाजपा की हार पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि जनता का जागरण काल आ गया है। देश में एक जीत और हुई है। हम तो बचपन से यही सुनते आए हैं, होइहीं सोई जो राम रची राखा। अयोध्या की जीत देश के परिपक्व मतदाताओं की जीत है। अयोध्या की जीत हमारी मर्यादा की जीत है। ये उसका फैसला है जिसकी लाठी में आवाज नहीं होती। जो करते थे उसको लाने का दावा, वो खुद किसी के सहारे के हैं लाचार।
जाति जनगणना का जिक्र कर अखिलेश यादव ने किया दावा – सत्ता में आए तो अग्निवीर योजना को खत्म कर देंगे
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान अग्निवीर योजना का विरोध करते हुए कहा कि अग्निवीर योजना से देश की सुरक्षा से समझौता किया जा रहा है। देश की सुरक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा है। हमारी इंडिया गठबंधन की जब भी सरकार केंद्र में आएगी तो अग्निवीर योजना को खत्म कर देंगे। एक बार फिर जाति जनगणना कराने की मांग अखिलेश ने की। कहा- ‘हम जाति जनगणना के पक्ष में हैं। बिना जाति जनगणना के सामाजिक न्याय नहीं आ पाएगा। अग्निवीर को लेकर चिंता वैसी की वैसी बनी हुई है। मैं खुद सैनिक स्कूल से पढ़ा हूं। मेरे साथ के बहुत बड़े पैमाने पर लोग फौज में हूं। मैं सीनियर से जानकारी हासिल की है वो शायद आपको न बता पाएं लेकिन दबी जुबां में उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा के साथ अग्निवीर से समझौता हो रहा है। देश की सीमाओं की सुरक्षा अहम है। अग्निवीर व्यवस्था को हम कभी स्वीकार नहीं करेंगे। जब कभी सत्ता में इंडिया गठबंधन आएगा अग्निवीर योजना खत्म हो जाएगा।’
सपा मुखिया ने यूपी के पिछड़ेपन पर भी सत्तापक्ष को खूब झिंझोड़ा
अखिलेश यादव ने गोद लिए गांवों की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि पीएम ने बड़े पैमाने पर गांव गोद लिया था, लेकिन जब उस गांव की तस्वीर न बदले तो क्या कहेंगे। उन्होंने आदर्श योजना के तहत जिस गांव को गोद लिया, हकीकत में कुछ नहीं हुआ। पांच साल पहले इस पर खूब शोर हुआ था। उसकी स्थिति नहीं बदली। दुर्दशा वैसी की ही वैसी है। वहां पर टूटी सड़कें, कच्ची पगडंडिया, उखड़े और टूटे हुए ईंट, बदहाल हैंडपैंप सब अभी भी हैं। यूपी में विकास को लेकर सरकार पर हमला करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि जिस उत्तर प्रदेश ने भाजपा की सरकार बनवाई, उसी प्रदेश के साथ भेदभाव किया गया। उन्होंने यूपी में एक्सप्रेस-वे को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा कि यहां पर जो भी एक्सप्रेस-वे बने हैं, वो यूपी के बजट से बने हैं जबकि केंद्र ने एक भी एक्सप्रेस-वे नहीं दिया है। उन्होंने आगे कहा, ‘सरकार कहने को तो कहती है कि यह पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। मगर सरकार क्यों छिपा रही है कि अगर यह सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है तो हमारे देश की प्रति व्यक्ति आय किस स्थान पर पहुंची है। हमने देखा है कि अगर दिल्ली सरकार ने कहा होगा पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनेगी, तो जहां से पीएम से चुनकर आती है, तो वहां की प्रदेश सरकार कह रही है कि हम एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बना लेंगे। अगर उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनना है तो 35 फीसदी की ग्रोथ चाहिए। मुझे नहीं लगता है कि इतनी ग्रोथ हो पाएगी।’