Ranchi : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने सदन में कहा कि जमीन लुटेरे मुझे कहने वाले खुद पांच वर्षों में जो बिल्डिंग बनी उसका पैसा कहां से आया। कई जगह पर सरकारी जमीन में भी इन्होंने पार्टी ऑफिस बना लिया है। जनता को लेकर भाजपा सिर्फ झूठ और फरेब की दुकान चलाते हैं। आदिवासियों को अधिकार मिले इसलिए हमने स्थानीय नीति बनाया पर यह उसे भी सफल नहीं होने दिए। बीजेपी पीठ पर छुरा मारती है सामने से वार करने की ताकत नहीं है इनमें।
आगे उन्होंने कहा कि हम जो कानून बनाए वह गैर संवैधानिक दूसरे राज्यों में उनके मुख्यमंत्री कानून बनाए तो वह संवैधानिक। आगे उन्होंने राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि रिम्स में ए ग्रेड के नर्स की नियुक्ति निकली है। लिपिक लेखा पदाधिकारी की नियुक्ति भी हमने की है। हमने 82 प्रतिशत यहां के लोगों को आरक्षण दिया है। अगर इन्हें आईना दिखाएंगे तो आईना भी शर्मा जाएगा।
Hemant Soren : हमने राज्य में कई नियुक्तियां की
पंचायत सचिव लेखा पदाधिकारी, कनीय अभियंता, सहायक अभियंता, असिस्टेंट प्रोफेसर की भी नियुक्ति हम लोगों ने की। अलग राज्य बनने के बाद पहली बार कृषि पदाधिकारी और पशु चिकित्सकों को भी नियुक्त किया। बीजेपी के विधायकों को नसीहत देना चाहता हूं कि आप कागज कलम रखें और लिखना शुरू करें। यह मानसून सत्र अंतिम सत्र नहीं अनवरत चलने वाला सत्र है। आने वाले वक्त में भी हम ही लोग रहेंगे।
आगे उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि इनकी सरकार ने जेएसएलपीएस को 5 साल में 6 करोड़ रुपए दिया, हम लोगों ने 10 हज़ार करोड़ रुपए दिए। कोरोना जब आया तो हर अस्पताल में अव्यवस्था देखने को मिली, हम लोगों ने विगत इस कार्यकाल में पारा शिक्षकों के मानदेय में 50% की बढ़ोतरी की। आंगनवाड़ी सहायिका सेविका, प्रखंड पदाधिकारी और शिक्षकों के मानदेय में हमने वृद्धि की। रसोईया के मानदेय में 100 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हम लोगों ने की। इसके साथ ही अनुबंध कर्मियों के मानदेय में 1250 करोड़ रुपए की वृद्धि से ज्यादा का प्रावधान किया गया।
बीजेपी ना हम करेंगे न करने देंगे के आचरण में काम करती है
हम गर्व से कहते हैं कि जो काम 5 वर्षों में हम लोगों ने किया ये लोग 50 वर्षों में भी नहीं कर पाएंगे। बीजेपी ना हम करेंगे न करने देंगे के आचरण में काम करती है। राज्य की जनता ने बीजेपी को लोकसभा के चुनाव में हल्का आईना दिखाया है विधानसभा चुनाव में पूरा सफाया हो जाएगा। आगे उन्होने शायराना अंदाज में कहा कि वो हल्ला करते रहे और हाथी चले अपने रास्ते यही कहावत चरितार्थ हो रहा है। 27 फ़ीसदी का आरक्षण जो हम पिछड़ों को देना चाहते हैं उनको भी इन लोगों ने धराशाही कर दिया।
सरना धर्म कोड को भी इन लोगों ने साजिश के तहत आगे नहीं बढ़ने दिया। लंबोदर महतो कहते हैं हमें आदिवासी में शामिल करो। यहां तो हमें अपना रास्ता नहीं मिल रहा। हिंदू-मुस्लिम आदिवासी गैर आदिवासी यह लोग देखते हैं। बाहर बालू बेच रहे थे यह लोग व्यापारी हैं पूरा देश भी इन्हीं लोगों ने बेच दिया है। यह वह नालायक लोग हैं जो घर के अंदर संपत्ति रखने वालों की भी संपत्ति बेच देते हैं।
आज अरबो रुपए की माफी व्यापारियों का होता है लेकिन किसानों का माफ नहीं होता। हम किसानों को ज्यादा से ज्यादा राहत देने की कोशिश में हैं। बेरोजगारी भत्ता नौजवानों को मिल रहा है कि नहीं यह प्रखंडों में जाकर पता कर लो यह अलग बात है कि सारे प्रखंडों में नहीं है, लेकिन कई प्रखंडों में मिल रहा है। 50 लाख महिलाओं को हर महीने ₹12000 हम देने जा रहे हैं। आने वाले समय में हमारी सरकार आएगी तो हर एक घर में एक लाख रुपये पहुंचाने का काम करेंगे।