डिजीटल डेस्क : Breaking – कोलकाता की सड़कों पर छात्रा के लिए न्याय मांगने उतरी भीड़ पर पुलिस का लाठीचार्ज, जवाब में डटी भीड़। आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में गत 8-9 अगस्त को रात नाइट ड्यूटी के दौरान मेडिकल छात्रा के रेप और मर्डर की घटना से उद्वेलित लोग कोलकाता की सड़कों पर उतरे तो पूरा शासन-प्रशासन हिल गया।
साल्टलेक स्टेडियम की ओर न्याय की मांग करते हुए अलग-अलग हिस्सों से आए लोगों का हुजूम बढ़ना शुरू हुआ तो रास्ते में तैनात पुलिस फोर्स हरकत में आई और पहले हवा में लाठियां लहराईं गईं, उसके बाद जमीन पर लाठियां पटकी गईं लेकिन न्याय की मांग पर उतावली भीड़ को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा।
भीड़ अपने ही धुन में मृत छात्रा के लिए तुरंत न्याय की मांग पर आगे बढ़ने को अड़ी तो पुलिस अधिकारियों को कुछ नहीं सूझा तो बल प्रयोग का फैसला लिया। फिर क्या था, देखते ही देखते पुलिस ने मृत छात्रा के न्याय मांग रहे निहत्थ लोगों पर लाठीचार्ज शुरू हो गया।
पुलिस की लाठियों के जद में केवल पुरुष ही नहीं बल्कि प्रतिवाद जुलूस में भाग ले रही महिलाएं भी आईं। घंटों बाद भी दिन ढलने पर भी समाचार लिखे जाने तक भीड़ सड़कों पर डटी है और पुलिस वाले बेबसी में वार्ता के मार्फत समाधान का रास्ता निकालने के प्रयास में जुटे हैं।
बल प्रयोग होने पर भीड़ ने पुलिस को घेरा तो ठिठके अधिकारी
फुटबॉल-प्रेमियों के लिए भारत का मक्का कहे जाने वाले कोलकाता में उक्त घटना को लेकर लोगों में व्याप्त नाराजगी को देखते हुए डूरंड कप टूर्नामेंट के तहत रविवार को ईस्ट बंगाल और मोहन बगान के बीच होने वाले मैच को रद्द कर दिया गया लेकिन दोनों ही फुटबॉल क्लबों के प्रबंधक से लेकर समर्थक तक स्वत: प्रेरित होकर मृत छात्रा के लिए न्याय की मांग पर सायं 5 बजे प्रतिवाद जुलूस निकालना तय कर लिया।
हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना के अलावा पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के अलग-अलग हिस्सों से स्वत: प्रेरित तीन प्रमुख फुटबॉल क्लबों (मोहन बगान, ईस्ट बंगाल और मोहम्मडन स्पोर्टिंग) के समर्थक बिना किसी सियासी रंग के सड़कों पर अलग-अलग जत्थों के रूप में उतरे।
साल्टलेक की ओर बढ़ने के क्रम में सभी रास्ते में मिलते गए और फिर क्लबों के झंडों के साथ अलग-अलग चलते जत्थे एकाकार होकर विशाल जुलूस का रूप लेने लगे।
उल्टाडांगा मोड़, कोइखाली मोड़, रूबी मोड़, बेलियाघाटा मोड़, युवा भारती क्रीड़ांगन के वीआईपी गेट आदि पर भीड़ और पुलिस आमने-सामने हुई तो धक्कामुक्की शुरू हो गई।
पुलिस ने पहले जबरिया भीड़ में से कइयों को पकड़कर अपनी गाड़ी में बैठाना शुरू किया तो भड़की भीड़ ने पुलिस को ही घेर लिया तो अधिकारी थमक गए और ठिठक गए।

भारतीय फुटबॉल संघ के अध्यक्ष से अधिकारियों की वार्ता जारी, भीड़ ने गाया राष्ट्रगान
भीड़ का आलम यह था कि बेलियाघाटा मोड़ से बंगाल केमिकल मोड़ तक सड़क आवाजाही के लिए ईएम बाईपास एकदम से बंद हो गया। न्याय की मांग पर साल्टलेक के आसपास जुटी भीड़ के पीछे न हटने की जिद ने पुलिस अधिकारियों को बेतरह बैकफुट पर ला दिया।
आखिरकार मौके पर पहुंचे भारतीय फुटबॉल संघ के अध्यक्ष कल्याण चौबे से अधिकारियों ने बातचीत शुरू की ताकि मसले का हल निकाला जाए और सड़कों पर डटे लोगों को घर लौटने के लिए मनाया जा सके।
मामले का हल निकलते न देख अचानक न्याय की मांग कर रही भीड़ ने सांझ होते ही आपस में अचानक ही कुछ तय किया और फिर राष्ट्रगान गाना शुरू कर दिया तो पुलिस वाले भी जहां के तहां सावधान के मुद्रा में खड़े हो गए।
इस दौरान मोहन बगान क्लब के संचालक सौरभ पालोधी के साथ ईस्ट बंगाल की जर्सी पहने अभिनेत्री ऊषासी चक्रवर्ती भी मौजूद रहीं और न्याय मांगती भीड़ पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। ऊषासी चक्रवर्ती बोलीं – सभी लोग मृत छात्रा के लिए शांतपूर्ण ढंग से नारे लगाते हुए न्याय की मांग कर रहे थे लेकिन आश्चर्यजनक ढंग से पुलिस ने हम पर अचानक ही लाठीचार्ज कर दिया। हमने नारा दिया था – ‘फुटबॉल मैच रद्द कर दो लेकिन हमें मरी छात्रा को लौटा दो, मरी हुई बेटी को न्याय दे दो। लेकिन पुलिस ने न्याय के बदले लाठियां बरसा दीं’।

जूनियर डॉक्टरों ने श्यामबाजार मोड़ किया जाम
आरजी कर अस्पताल की घटना को लेकर रविवार तीसरे पहर पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के बैनर तले मेडिकल छात्रों ने प्रतिवाद जुलूस निकाला और मृत छात्रा के लिए न्याय की मांग की। यह जुलूस कॉलेज स्क्वायर से निकला और श्याम बाजार मोड़ तक पहुंचा। डॉक्टरों के इस प्रतिवाद जुलूस में देखते ही देखते आम लोग भी शामिल हो लिए और श्यामबाजार मोड़ पर इतने ज्यादा संख्या में लोग जुट गए कि बिना कहे ही पांच माथा मोड़ जाम हो गया।
