रांची: राजधानी में ऑटो और ई-रिक्शा चालकों का आज से बेमियादी हड़ताल प्रारंभ हो गया है। जिस से आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है। इसको लेकर जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार ट्रैफिक पुलिस और आरटीए सचिव द्वारा शहर में लागू किए गए नए रूट हैं, जिन्हें चालक वर्ग अव्यवहारिक मान रहे हैं।
शहर को चार जोनों में बांटने और ऑटो के लिए 17 तथा ई-रिक्शा के लिए 113 नए रूट निर्धारित करने के बाद चालकों ने विरोध किया है। उनका कहना है कि नए रूट से उनके लिए काम करना मुश्किल हो जाएगा और उनकी रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित होगी।
चालकों ने अधिकारियों के साथ कई बार वार्ता की, लेकिन समस्याओं का समाधान नहीं निकला। इस असंतोष को लेकर सोमवार को रातू रोड से कचहरी चौक तक एक विरोध-प्रदर्शन आयोजित किया गया, जिसमें आरटीए सचिव और ट्रैफिक एसपी के पुतले भी जलाए गए।
रांची जिला ऑटो चालक यूनियन के अध्यक्ष अर्जुन यादव ने बताया, “हमने अधिकारियों के साथ कई बार बातचीत की, लेकिन जब कोई समाधान नहीं मिला, तो हड़ताल के सिवाय कोई विकल्प नहीं बचा। मंगलवार सुबह 5:00 बजे से ऑटो का परिचालन पूरी तरह से बंद रहेगा और हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं।”
हड़ताल के दौरान स्कूली बच्चों को भी परेशानी हो सकती है, क्योंकि स्कूल ड्यूटी में लगे ऑटो भी हड़ताल में शामिल रहेंगे। अर्जुन यादव ने अभिभावकों से अपील की है कि वे बच्चों को स्कूल भेजने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था स्वयं करें।
हालांकि, आपातकालीन सेवाओं को प्रभावित नहीं किया जाएगा। बीमार लोगों को अस्पताल पहुंचाने वाले ऑटो और ई-रिक्शा हड़ताल से बाहर रहेंगे, साथ ही मालवाहक ऑटो का परिचालन भी जारी रहेगा।
इस हड़ताल से रांची में यातायात की समस्याएँ और बढ़ सकती हैं, और इससे शहरवासियों को दिनचर्या में असुविधा का सामना करना पड़ सकता है। अधिकारियों को चाहिए कि वे जल्द से जल्द चालक वर्ग की समस्याओं का समाधान करें ताकि शहर की सामान्य जीवनधारा को सुचारू रूप से चलाया जा सके।