धनबाद : चार दिनी तक चलने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ की शुरुआत कोयलांचल धनबाद में भी हो गई है. व्रतियों ने धनबाद के दामोदर नदी में स्नान कर पूजा अर्चना की और छठी मईया से देश को जल्द कोरोना मुक्त करने की प्रार्थना की.
आज के दिन स्नान के बाद छठ घाट पर पूजा अर्चना करने बाद छठ व्रतियों ने अपने घर जा कर अरवा चावल, चना दाल और कद्दू का प्रसाद बनाती हैं और फिर उस प्रसाद को पूरे परिवार के साथ ग्रहण करती हैं. हिंदू पंचांग के मुताबिक छठ पूजा कार्तिक माह की षष्ठी से शुरू हो जाती है. यह पर्व चार दिनों तक चलता है. साल 2021 में छठ पूजा 8 नवंबर से शुरू हो रहा है. इस साल नहाय-खाय सोमवार से शुरू हो रहा है. इसके अगले दिन यानी 9 नवंबर को खरना मनाया जाएगा. जबकि 10 नवंबर को सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और फिर 11 नवंबर की सुबह सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही इस पावन पर्व का समापन हो जाएगा.
घाटों पर स्नान करने पहुंची
इस दौरान छठ व्रतियां काफी खुश दिखी. क्योंकि 2020 में कोरोना महामारी के कारण व्रतियों को छठ मनाने के लिए घाटों पर जाने की अनुमती नहीं मिली थी. जिसके कारण व्रतियां अपने घरों पर ही छठ मनाई थी. व्रतियों की माने तो छठ मईया की महिमा अपरंपार है. छठ पूजा करने से घरों में सुखशांति बनी रहती है.
झरिया : नहाय खाय के साथ लोक आस्था का पर्व छठ शुरू
झरिया लोक आस्था का पर्व छठ आज सोमवार से शुरू हो गया है. पहला दिन नहाय खाय के रूप में मनाया जा रहा है. इस दिन महिलाएं अपने परिवार के साथ झरिया के दामोदर नदी मोहलबनी घाट स्नान करने को पहुंची है. छठ व्रतियों दामोदर नदी स्नानकर और पूजा पाठ करके विधिवत छठ की शुरुआत की. आज छठ व्रतियां स्नान करके कद्दू भात घर में बनाकर खाएगी और आज से विधिवत लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत करेंगी. आज से चार दिन छठ व्रतियों विधिवत पूजा पाठ में जुट जाएंगी.
रिपोर्ट : राजकुमार जायसवाल/अनिल