झारखंड की शिक्षिका से पीएम मोदी की बातचीत: संस्कृत और वैदिक गणित के महत्व पर विशेष जोर

झारखंड की शिक्षिका से पीएम मोदी की बातचीत: संस्कृत और वैदिक गणित के महत्व पर विशेष जोर

नई दिल्ली: इस वर्ष देश भर से 82 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चुना गया, जिनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यक्तिगत मुलाकात की। इस अवसर पर पीएम मोदी ने झारखंड के बोकारो जिले से आईं संस्कृत शिक्षिका आशा रानी से विशेष चर्चा की। बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने वैदिक गणित के महत्व पर जोर दिया और संस्कृत को ज्ञान का भंडार बताते हुए इसे छात्रों के बीच लोकप्रिय बनाने पर बल दिया।

संस्कृत शिक्षिका आशा रानी ने प्रधानमंत्री के सामने एक संस्कृत श्लोक प्रस्तुत किया और कहा कि वह बच्चों को संस्कृत भाषा के माध्यम से भारतीय संस्कृति और जीवन मूल्यों से जोड़ने का प्रयास करती हैं। इस पर पीएम मोदी ने उनसे सवाल किया कि क्या उन्होंने कभी छात्रों को वैदिक गणित पढ़ाने का प्रयास किया है। पीएम ने कहा, “वैदिक गणित छात्रों के लिए जादू की तरह काम करता है, विशेषकर उन बच्चों के लिए जिनकी गणित में रुचि कम होती है। इसे सीखने से छात्रों की गणित में रुचि बढ़ेगी और वे इसे एक रोमांचक विषय के रूप में देखेंगे।”

प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि कई देशों के सिलेबस में वैदिक गणित पहले से शामिल है और ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से इसे सीखना भी सरल हो गया है। उन्होंने शिक्षिका को सुझाव दिया कि वह अपने छात्रों को वैदिक गणित से परिचित कराएं, ताकि बच्चों को इस अद्वितीय प्रणाली का लाभ मिल सके।

आशा रानी ने प्रधानमंत्री की सलाह पर सहमति जताते हुए कहा कि वह अपने विद्यालय में इस दिशा में प्रयास करेंगी और छात्रों को वैदिक गणित से परिचित कराएंगी।

 

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