कैमूर : छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में मड़ईगुड़ा के लिंगनपल्ली में सीआरपीएफ के कैंप में एक सीआरपीएफ के जवान ने अपने
ही साथियों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी.
इस घटना में चार जवानों की दर्दनाक मौत हो गई.
वहीं इस दर्दनाक घटना में एक जवान कैमूर का भी शहीद हो गया है.
शहीद जवान की पहचान धनजी सिंह के रूप में हुई है, जो नुआंव थाना क्षेत्र के एवती गांव निवासी है. शहीद धनजी सिंह महेंद्र
सिंह के पुत्र हैं.

शहीद धनजी सिंह का शव उनके गांव आने से पहले नुआंव प्रखंड से ही 6 किलोमीटर तक पूरे रास्ते में तिरंगा झंडा के साथ
लोग कतार में खड़े दिखे.
उनके गुजरते शव वाहन के पास ग्रामीण भारत माता की जय का नारा लगाते हुए धनजी सिंह अमर रहे का नारा लगाते रहे.
जगह-जगह लोगों ने वीर जवान को नम आंखों से श्रद्धांजलि देते हुए विदाई दिया.
11 नवंबर को घर आने वाले थे धनजी सिंह
मृतक सीआरपीएफ जवान के पिता महेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि
धनजी सिंह सितंबर माह में 10 दिन के लिए छुट्टी पर घर आए हुए थे.
इसके बाद वह अपनी ड्यूटी पर चले गए थे.
11 नवंबर को अपने घर वापस आने वाले थे.
रविवार की रात 8:30 बजे बेटे से फोन पर बात हुई थी.
बेटे ने बताया कि सब हाल-चाल ठीक है.
छुट्टी लेकर 11 नवंबर को घर पहुंच जाऊंगा.
सुबह होते ही मेरे बेटे की मरने की खबर आई.
इनका परिवार चाहता है कि सरकार उनके बच्चों की परवरिश के लिए पत्नी को नौकरी दे दे जिससे कि बच्चों का पालन पोषण
हो जाए.
रिपोर्ट : देवव्रत तिवारी
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