धनबाद : पीएमसीएच का नाम बदल कर SNMMCH हो गया, लेकिन कार्य संस्कृति नहीं बदली. कुछ ऐसा ही नजारा रविवार को देखने को मिला जहां थैलेसीमिया पीड़ित एक बच्ची को रविवार होने का हवाला देते हुए अस्पताल के इमरजेंसी में मौजूद चिकित्सकों ने भर्ती करने से इनकार कर दिया. उसके बाद परिजनों ने स्थानीय समाजसेवी अंकित राजगढ़िया से मदद मांगी और अंकित की चिकित्सकों से तीखी बहस हुई तब जाकर बच्ची को भर्ती लिया गया.
थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे का हीमोग्लोबिन का स्तर 9 पॉइंट से नीचे नहीं जाना चाहिए इसे बनाए रखने की जिम्मेवारी स्वास्थ्य विभाग की है. लेकिन दुहा टांड से आई उक्त बच्ची का हीमोग्लोबिन 4.2 पहुंच चुका था, बावजूद अस्पताल में मौजूद जूनियर डॉक्टर और ओपीडी भर्ती लेने से आनाकानी कर रहे थे. पूरे मामले में राजगढ़िया ने अस्पताल प्रबंधन एवं स्वास्थ्य विभाग से लापरवाह चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
रिपोर्ट: राजकुमार जायसवाल