वाराणसी : काशी में पहली बार होगा 51 शक्तिपीठ और द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिरों का महा-समागम। काशी यानी वाराणसी में आगामी 30 नवम्बर और 1 दिसंबर को दो दिवसीय 51 शक्तिपीठ और द्वादश ज्योतिर्लिंग के संयुक्त महा समागम का आयोजन होने...
वाराणसी : काशी में पहली बार होगा 51 शक्तिपीठ और द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिरों का महा-समागम। काशी यानी वाराणसी में आगामी 30 नवम्बर और 1 दिसंबर को दो दिवसीय 51 शक्तिपीठ और द्वादश ज्योतिर्लिंग के संयुक्त महा समागम का आयोजन होने जा रहा है।
यह आयोजन शहर के सिगरा स्थित रुद्राक्ष कनवेंशन सेंटर में होना है। इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं। देश और प्रदेश के विशिष्ट जनों को आमंत्रण-पत्र देने का क्रम शुरू हो चुका है।
कांची कामकोटि के शंकराचार्य और सीएम योगी आमंत्रित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में और पीएम मोदी व सीएम योगी के विशेष ध्यान में रहने वाले काशी विश्वनाथ कॉरीडोर से जुड़े इसे अतिविशिष्ट आध्यात्मिक कार्यक्रम को भव्य और दिव्य रूप देने के लिए के तय रूपरेखा के क्रियान्वयन पर काम शुरू हो चुका है।
श्री कांची कामकोटि पीठाधीश्वर पूज्य शंकराचार्य जगतगुरू शंकर विजयेंद्र सरस्वती भी अपने हाल के काशी दौरे पर कॉरीडोर पहुंचे एवं मां विशालाक्षी का दर्शन-पूजन किया। उन्हें भी विशालाक्षी मंदिर में काशी में आगामी 30 नवंबर और 1 दिसंबर को आयोजित होने जा रहे 51 शक्तिपीठ एवम द्वादश ज्योतिर्लिंगों के संयुक्त महा समागम कार्यक्रम के लिए आमंत्रण दिया गया।
सेंटर फॉर सनातन रिसर्च ट्रस्ट के चेयरमैन रमण त्रिपाठी और मंदिर के महंत व समागम आयोजन समिति के वरिष्ठ सदस्य पंडित राजनाथ तिवारी ने शंकराचार्य से कार्यक्रम में आशीर्वाद देने के लिए पधारने का आधिकारिक तौर पर आग्रह किया। प्रत्युत्तर में शंकराचार्य ने आमंत्रण स्वीकार करते हुए सेंटर फॉर सनातन रिसर्च को इस पुनीत कार्य के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।
सीएम योगी ने भी किया धाम का दौरा, दिया गया महा-समागम का आमंत्रण
इसी क्रम में हाल में काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाबा कालभैरव, काशी विश्वनाथ और माता विशालाक्षी मंदिर में दर्शन पूजन किया। माता विशालाक्षी मंदिर में पहुंचकर सीएम योगी ने होने वाले महा-समागम की तैयारियों का ब्योरा भी लिया।
आयोजन समिति की ओर से सेंटर फॉर सनातन रिसर्च ट्रस्ट के चेयरमैन रमण त्रिपाठी और महंत राजनाथ तिवारी की अगुवाई में सीएम योगी को भी आधिकारिक रूप से आयोजन में पधारने का आमंत्रण दिया गया।
तय कार्यक्रम में मुताबिक, विभिन्न प्रांतों से आने वाले अतिथियों की काशी की परंपरा के अनुरूप स्वागत के लिए कैंट स्टेशन, बनारस स्टेशन और पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के साथ ही लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक हेल्प डेस्क खोला जा रहा है।
महा-समागम से पहले बाबा नगरी काशी को ॐ अंकित भगवा झंडामय करने की हुई तैयारी....
इसी कड़ी में वाराणसी के मालवीय बाग (सिद्धगिरी बाग) स्थित सेंटर फॉर सनातन रिसर्च के कार्यालय में काशी में पहली बार आयोजित होने जा रहे 51 शक्तिपीठ और द्वादश ज्योतिर्लिंग के संयुक्त महा समागम के संदर्भ में शहर के प्रबुद्धजनों की बैठक हुई।
इसमें कार्यक्रम को सफल बनाने और आने वाले पीठाधीश्वरों की काशी की परंपरा के अनुसार भव्य स्वागत करने का निर्णय लिया। यह भी तय हुआ कि कार्यक्रम के दौरान काशी को ॐ अंकित भगवा झंडामय करने में समस्त काशीवासी बढ़ चढ़कर अपनी हिस्सेदारी निभाएंगे।
वृहद आयोजन के व्यापक प्रचार- प्रसार पर भी सदस्यों ने अपने विचार रखे। बैठक में प्रमुख रूप से सेंटर फॉर सनातन रिसर्च ट्रस्ट के चेयरमैन रमण त्रिपाठी, महंत राजनाथ तिवारी, रामकृष्ण पांडेय, डॉक्टर जेपी मिश्रा, अनुराग पांडेय छोटू, वैभव कुमार त्रिपाठी, उमापति उपाध्याय, डॉक्टर नीरज खन्ना, देवीदास अग्रवाल एडवोकेट, शंकर बोस, रविशंकर त्रिपाठी, मिथुन डे, जितेंद्र पाठक उपस्थित रहे।
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