लखनऊ : छठ महापर्व पर अस्ताचलगामी सूर्य को CM Yogi ने दिया अर्घ्य, बोले – पर्व त्योहार तभी तक जीवित जब तक राष्ट्र-धर्म जीवित। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरूवार को लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान में आयोजित छठ महापर्व में शामिल हुए। उन्होंने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया और भोजपुरिया सनेस स्मारिका का विमोचन किया।
सभी को छठ महापर्व की बधाई देते हुए अपने संबोधन में CM Yogi ने कहा कि– ‘यह संकल्प जो आज छठ महापर्व पर हमारी माताएं-बहनें ले रहे हैं और भोजपुरी समाज साथ जुड़कर के और मजबूती प्रदान कर रहा है। ….यही संकल्प हमारा अपने राष्ट्र के प्रति भी होना चाहिए। …ये पर्व और त्योहार तभी जीवित हैं जब तक हमारा राष्ट्र जीवित है’।
छठ पर्व पर बोले सीएम योगी – राष्ट्रीय धर्म माने हर काम देश के नाम
सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि – ‘हम सबके जीवन का हिस्सा होना चाहिए कि पर्व और त्योहार आयोजित करें। उनके साथ जुड़ें लेकिन इन सबका समावेश एक राष्ट्रीय धर्म के साथ हमलोग करें।
…राष्ट्रीय धर्म…जिसमें हर व्यक्ति के लिए हर काम देश के नाम…हर काम देश के नाम। मोदी जी, यही कहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी जी के जीवन का संकल्प यही है।
लेकिन एक ओर जहां हम इन आयोजनों के साथ जुड़ रहे हैं, अपने पर्व और त्योहार के माध्यम से समाज को जोड़ने का काम कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो भारत में रहकर के भारत की अस्मिता और अस्तित्व के साथ खिलवाड़ करना चाहते हैं।
….और जो लोग इस प्रकार का कृत्य कर रहे हैं, उन्हें किसी भी भारतवासी को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए। याद रखना…140 करोड़ भारतवासी जब एकजुट होकर के एकस्वर से बोलते हैं तो पूरी दुनिया आपकी बात को सुनती है।
जब हम जाति, मत और मजहब के आधार पर बंटे होते हैं तो दुनिया भी आपको नजरअंदाज करती है। एकस्वर से जब 140 करोड़ भारतवासी बोलेगा तो दुनिया के किसी भी देश या ऐसे तत्व में दुस्साहस नहीं कि भारत की ओर टेढ़ी नजरों से देख सके।…कोई नहीं देख सकता। ….लेकिन जब हम आपस में बंटे रहेंगे तो दुष्परिणाम भी हमारे सामने आएंगे’।

बोले सीएम योगी – पर्व-त्योहार का भाव यही कि भेदभाव मिटाकर समरस समाज बनाएं
श्रद्धालुओं एवं व्रती महिलाओं को अपने शुभकामना देते हुए सीएम योगी ने कहा कि – ‘छठी मईया की कृपा के लिए हम सब यह आयोजन करते हैं। लोक-आस्था का यह पर्व सूर्य उपासना से जुड़ा हुआ है। सूर्य इस धऱती के लोक-देवता हैं।
…इस चराचर जगत के किसी भी वस्तु में बगैर सूर्य की कृपा के जीवन नहीं आ सकता। उनकी कृपा से ही हर ओर हलचल है, जीवन है…और उसकी उपासना उसके प्रति कृतज्ञता का भाव भी है। कठिन व्रत के साथ जुड़ करके व्रती और व्रत का महत्व और भी बढ़ जाता है।
…पर्व और त्योहार के पीछे का भाव भी यही है कि हमसब मिलकर के भेदभाव को समाप्त करके समरस समाज की स्थापना कर सकें- अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति कर सकें।
….विरासत से भटका हुआ व्यक्ति एक त्रिशंकु होता है…जिसके जीवन का कोई उद्देश्य नहीं होता। …और निरुद्देश्य जब कोई कार्य करता है तो उसमें कभी भी न तो आत्मिक संतुष्टि होती है और ना ही समाज संतुष्ट हो पाएगा। …इसलिए विरासत को विकास के साथ जोड़ करके प्रधानमंत्री मोदी जी ने जो कार्यक्रम शुरू किए, उससे आज हम एक नए भारत का दर्शन कर रहे हैं।
…और पर्व और त्योहारों के पीछे भी यही भाव होता है। हम सभी इसमें सहभागी बनें। न जाति का बंधन हो, ना भाषा का।…छठ आयोजन ने भी पूरे देश के अंदर उसी भक्ति भावना के साथ लोगों के मन में एक स्थान बनाया है।
…केवल दिल्ली और मुंबई में नहीं। चेन्नई में भी…हैदराबाद में भी…बंगुलुरू में भी और देश के अंदर ही नहीं, दुनिया के अंदर भी लोगों ने इस आयोजन के साथ जुड़ करके लगातार इसे एक नई ऊंचाई देने का काम किया। लोग इसके साथ जुड़ रहे हैं।
…यह भोजपुरी समाज के माध्यम में दुनिया के अंदर महत्ता और पर्व-त्योहारों के माध्यम से लोक-आस्था को जीवंत बनाए रखने का एक आदर्श उदाहरण है। छठ महापर्व उसकी एक महत्वपूर्ण कड़ी है’।

भोजपुरी में सीएम योगी ने दिया संबोधन – छठ पूजा में आय के हमरा बड़ा आनंद महसूस हो रहल बा
इससे पहले अपने संबोधन की शुरूआत सीएम योगी आदित्यनाथ में भोजपुरी में संबोधन दिया। सीएम योगी ने कहा कि – ‘…आज इहां आयोजित छठ पूजा में आय के हमरा बड़ा आनंद महसूस हो रहल बा…लोक आस्था के महापर्व छठ के आप सबके बहुत-बहुत बधाई और शुभकामना।
…छठी मईया के किरपा आप सबे के ऊपर बनल रहे, सबके जीवन खुशहाल रहे, आप सबके जीवन में उमंग अउर उत्साह बनल रहे। …परिवार खातिर कठिन व्रत रखे वाली माता अउर बहिन के हमरी ओर से विशेष मंगलकामना।
…पूरी दुनिया में हजारों भाषा अउर बोली बा…लेकिन भारत के संस्कृति के अलगे स्थान बा..ओही में भोजपुरा भाषा-संस्कृति दुनिया में आपन अलग मिठास अउर सुगंध के कारण सबसे हटके आपन पहचान बनउले बा। …अउर एकर आपन अलग इतिहास बा’।
इसके बाद सीएम योगी ने आगे का संबोधन हिंदी में दिया। कहा कि – ‘…बहनों- भाइयों, मुझे अति प्रसन्नता है कि अखिल भारतीय भोजपुरी समाज का यहां यह 40वां पर्व है। सन 1984 से लक्ष्मण मेला मैदान में ये आयोजन लगातार होता आ रहा है। …और अब तो यह न केवल भोजपुरी समाज का अपितु पूरे अखिल भारतीय समाज का उत्सव बन गया है।
…जहां कहीं देखो, भोजपुरी समाज बिहार-पूर्वी उत्तर प्रदेश से पूरी दुनिया में जहां कहीं भी गया, अपने साथ पर्व की सुगंध को ले जाकर के एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को आगे बढ़ाने के लिए कार्य कर रहा है।‘
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सीएम योगी को संबोधन देन के लिए अपने भाषण में अनोखे अंदाज में माइक पर आमंत्रित करते हुए कहा – ‘…छठ माई से प्रार्थना करता हूं कि व्रत कर रहीं सभी माताओं-बहनों की मनोकामना पूर्ण हो। सबके घरों में सुख, संपत्ति और वैभव आए। दुष्टों का नाश हो, दुखों का अंत हो।
…सभी का परिवार वैभव के साथ प्रदेश में अपना जीवनयापन करें। बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों को उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से भरोसा दिलाता हूं कि उनके पूजन और व्यवस्था में कहीं कोई दिक्कत नहीं आएगी। पूरी सरकार आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। इसी के साथ सीधे-सीधे मैं मुख्यमंत्री जी का अनुरोध करता हूं कि वे आएं और अपना आशीर्वचन दें’।
इस मौके पर विधान परिषद सदस्य गोविन्द नारायण शुक्ला, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर कुमार, अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के अध्यक्ष प्रभुनाथ राय, राष्ट्रीय महामंत्री मनोज सिंह, राष्ट्रीय सचिव अंबरीश राय और संगठन सचिव वेद प्रकाश राय आदि मंचासीन रहे।
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