जमशेदपुर : जमशेदपुर में आदिवासी-मूलवासी अपने हक और अधिकार की मांग को लेकर 13 दिसंबर को टाटा स्टील जेनरल ऑफिस गेट को जाम कर प्रदर्शन करेंगे. इसकी जानकारी बुधवार को मांझी परगना महाल के दशमत हांसदा ने दी.
उन्होंने कहा कि टाटा कंपनी कोल्हान की धरती पर 100 वर्षों से बसी हुई है. यहां के आदिवासी मूलवासियों ने अपने जमीन कंपनी को यह सोच कर सौंपा की उनका भविष्य उज्ज्वल होगा, लेकिन इसका उल्टा हुआ. उन्होंने कहा कि तरह-तरह के दिखावटी कार्यक्रमों को कर टाटा स्टील करोड़ों रुपये उड़ाती है, लेकिन कभी आदिवासियों के निराकरण की दिशा में कोई सार्थक कदम नहीं उठाया है.
उन्होंने कहा कि टाटा ने अप्रेंटिस के बहाली में भी यहां के लोगों को दरकिनार कर बाहरी राज्यों के लोगों को बहाल किया है, जो एक छलावा है. इसी कारण आज मांझी परगना महाल आंदोलन को विवश है. वैसे झामुमो भी पूर्व से कंपनी की नीतियों का विरोध करते हुए आंदोलन कर रही है. मांझी परगना महाल के इस आंदोलन से झामुमो को भी बल मिलेगा.
रिपोर्ट : लाला जब़ी
आदिवासी होस्टल में तोड़फोड़ के बाद कटघरे में रांची की कानून व्यवस्था, गठबंधन में भी आक्रोश