जामताड़ा : राजकीय कन्या मध्यविद्यालय जामताड़ा को एक आदर्श विद्यालय का दर्जा प्राप्त है. इस विद्यालय का स्थापना 1917 ई. में हुआ था. जिसका उद्देश्य लड़कियों को शिक्षा देकर उनके भविष्य को उज्वल कर विकास करना. लेकिन आज लड़कियां घरों में कैद रहने को मजबूर हैं.
इस विद्यालय के बाहर फूलों की दुकान और ऑटो स्टैंड बन गये हैं. जहां अश्लील गानों की गूंज सुना जा सकता है. यही नहीं वहाँ मौजूद लोग अब छात्राओं को छेड़ने का काम भी कर रहे हैं. इस डर से अभिभावक अब अपने बच्चियों को स्कूल भेजना नहीं चाहते हैं. विद्यालय के शिक्षिका ने छत्राओं को लेकर उपायुक्त फ़ैज़ अहमद मुमताज़ को एक ज्ञापन सौंपा है. जिसमें माँग किया गया है कि इन युवकों के कारनामे से निजात दिलाये.
विद्यालय की आठवीं की छात्रा ने बताया कि स्कूल आने में अब हमलोगों को अच्छा नहीं लगता है. स्कूल के बाहर के फूल दुकानदार और ऑटो चालक द्वारा हमलोगों के साथ छेड़छाड़ की नीयत से अश्लील हरकत और अश्लील गाने बजाते रहते हैं. वहीं शिक्षिका ने बताया कि स्कूल के मुख्य दरवाजा पर एक गुमटी लगा दिया गया है. वहां हमेशा युवकों का जमावड़ा लगा रहता है, और मोबाइल पर अश्लील गाने बजाते रहते हैं. जिससे स्कूल की छात्राओं के साथ हम शिक्षिका भी परेशान हैं. हमलोग उपायुक्त से मांग किये हैं कि शैक्षणिक वातावरण बना रहे इसलिए हमलोगों को राहत देने का काम करें.
रिपोर्ट : निशिकान्त मिस्त्री
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