पटना: बीते दिनों बिहार में हुए परीक्षा में गड़बड़ी के मामलों को लेकर ईओयू के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने प्रेस वार्ता कर कई अहम जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि अब राज्य में परीक्षा में गड़बड़ी मामले में कड़ी कार्रवाई का प्रावधान किया गया है। पहले परीक्षा में पेपर लीक मामले सजा बहुत कम थी लेकिन अब नए प्रावधान के अनुसार एक करोड़ रूपये तक जुर्माना के साथ ही परीक्षा का खर्च भी वसूला जाएगा। इसके साथ ही अब पेपर लीक मामलों के आरोपी के चल अचल संपत्ति को भी जब्त किया जायेगा।
इस दौरान ईओयू के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने सीएचओ परीक्षा में गड़बड़ी मामले को लेकर कहा कि हम सभी 12 परीक्षा केन्द्रों की जांच की जा रही है। प्राथमिक जांच के आधार पर तीन परीक्षा केंद्र के स्वामियों को जेल भेज दिया गया है और जल्दी ही हमलोग चार्जशीट दाखिल कर उनकी चल अचल संपत्ति भी जब्त करेंगे। हमलोग सभी परीक्षा केन्द्रों की जानकारी केंद्रीय कंपनी रजिस्ट्रार से जुटा रहे हैं। 2022 के बाद से कई परीक्षाओं का हमने जांच की और कार्रवाई की है। अब तक हम लोगों ने बिहार के अतिरिक्त दूसरे राज्यों के साथ समन्वय कर करीब 170 लोगों का प्रोफाइल तैयार किया है।
परीक्षाओं में पेपर लीक के लिए माफिया सोशल प्लेटफ़ॉर्म का भी उपयोग करते हैं इसके लिए हम लोग साइबर पेट्रोलिंग भी कर रहे हैं और जानकारी एकत्रित करते हैं। हम लोगों ने माफिया संजीव माफिया के खिलाफ जानकारी जुटाई है और अब उसे भी बहुत जल्दी ही गिरफ्तार किया जायेगा। हमलोग परीक्षा में गड़बड़ी करने के मामले में सरकारी कर्मी और अन्य सभी संलिप्त लोगों को गिरफ्तार किया जायेगा।
अब नया अधिनियम के तहत सभी परीक्षा माफियाओं के ऊपर कार्रवाई करते हुए उनकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी। परीक्षा से पहले हमलोग व्हाट्सएप और ईमेल आईडी भी जारी करते हैं और प्राप्त सूचनाओं के आधार पर हमलोग कार्रवाई करते हैं। अभी हमलोगों ने सीएचओ परीक्षा में भी गड़बड़ी के मामले में रिपोर्ट बना रहे हैं।
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पटना से चंदन तिवारी की रिपोर्ट
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