डिजिटल डेस्क : गलती से अमेरिकी सेना ने अपने ही फाइटर जेट को मार गिराया। अमेरिकी सेना ने लाल सागर के ऊपर अपने ही एक फाइटर जेट को मार गिराया है। रविवार को यमन में हूतियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही अमेरिकी सेना ने कहा कि उसने आज सुबह लाल सागर के ऊपर गलती से अपने ही एफ-18 लड़ाकू विमान को निशाना बनाया। उसके कारण दोनों पायलटों को विमान से इजेक्ट करना पड़ा।
दोनों अमेरिका पायलट जिंदा बचे लेकिन हुए घायल…
अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने बयान में बताया कि गाइडेड क्रूजर मिसाइल से लैस अमेरिकी नेवी के विध्वसंक यूएसएस गेटीसबर्ग ने गलती से मिसाइल दागी और एफ-18 को निशाना बनाया। यह विध्वसंक यूएसएस हैरी एस ट्रूमैन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप का हिस्सा था। लड़ाकू विमान एफ/ए-18 ने हैरी एस. ट्रूमैन से उड़ान भरी थी।
दोनों पायलटों को बचा लिया गया है। एक को हल्की चोटें आई हैं। इसमें कहा गया कि यह फ्रेंडली फायर (अपने ही विमान पर गोलीबारी) का साफ मामला था, जिसकी जांच की जा रही है। हालांकि, अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमांड ने यह नहीं बताया कि हमले के वक्त दोनों पायलट क्या कर रहे थे।
हूती विद्रोहियों को निशाना बनाकर हवाई हमले के दौरान गलती से हुआ वाकया…
बताया जा रहा है कि यह घटना उस समय हुई जब अमेरिकी सेना ने यमन के हूती विद्रोहियों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए। इसके पहले शनिवार शाम को सेंट्रल कमांड ने बताया कि उसने यमन की राजधानी सना में हूतियों की मिसाइल भंडारण सुविधा कमांड-एंड-कंट्रोल साइट को निशाना बनाया।
सेंट्रल कमांड का कहना है कि ऑपरेशन के दौरान उसने लाल सागर के ऊपर कई हूती ड्रोन और एक एंटी-शिप क्रूज मिसाइल को भी मार गिराया।
अमेरिकी सेना को है उम्मीद कि हमले से होगी हूतियों की क्षमता कम…
अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने कहा कि इस हमले से हूतियों की क्षमता कम हो जाएगी, जो दक्षिणी लाल सागर, बाब अल-मंदाब और अदन की खाड़ी में अमेरिकी युद्धपोतों और व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाकर हमले कर रहे हैं। बयान में आगे कहा गया कि –‘यह हमला अमेरिका और गठबंधन कर्मियों, क्षेत्रीय भागीदारों और अंतरराष्ट्रीय शिपिंग की सुरक्षा के लिए CENTCOM की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है।’