रांची: झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) द्वारा आयोजित संयुक्त सामान्य स्नातक प्रतियोगिता परीक्षा (सीजीएल) का परिणाम अभी तक स्थगित है, क्योंकि हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा रखी है। परीक्षा की मेरिट लिस्ट में शामिल अभ्यर्थियों के डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन का कार्य पहले ही पूरा कर लिया गया है, जिसमें 2231 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था।
इनमें से 2229 ने वेरिफिकेशन प्रक्रिया में हिस्सा लिया, जबकि केवल दो अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे।
परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों ने पेपर लीक और गड़बड़ी के आरोप लगाए थे, जिसके कारण वे धरना-प्रदर्शन करने पर मजबूर हुए थे। इस मामले की जांच पहले जेएसएससी द्वारा गठित कमेटी ने की, लेकिन बाद में आरोपित कोचिंग संचालक और अन्य व्यक्तियों से सबूत मांगे गए थे, जो पेन ड्राइव और सीडी में आयोग को सौंपे गए थे। हालांकि, आयोग ने दावा किया कि सीडी ब्लैंक थी। इस समय इस मामले की जांच पुलिस कर रही है, और आरोप लगाने वाले अभ्यर्थियों ने पुलिस को छह मोबाइल सौंपे हैं, जिनमें परीक्षा में गड़बड़ी की रिकार्डिंग होने की बात कही जा रही है।
हालांकि, डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन कराने वाले अभ्यर्थियों ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा है कि परीक्षा के परिणामों में 96 प्रतिशत झारखंडी अभ्यर्थी शामिल हैं, और परीक्षा को रद्द करने की मांग अनुचित है।
इस मामले में अगली सुनवाई 22 जनवरी को होगी, जिससे परीक्षा के परिणाम पर कोई ठोस निर्णय लिया जा सकता है।