रांची: उषा मार्टिन माइनिंग घोटाले से जुड़े अभियुक्त सुनील सिंह ने रांची की सीबीआई की विशेष अदालत में सरेंडर कर दिया। अदालत ने उन्हें सशर्त जमानत प्रदान की, जिसमें 50-50 हजार रुपये के दो निजी मुचलके और पासपोर्ट जमा करने की शर्त रखी गई है। सुनील सिंह, जो पहले उषा मार्टिन कंपनी में कार्यरत थे, फिलहाल JSW में जीएम के पद पर कार्यरत हैं।
वर्ष 2005 में उषा मार्टिन को पश्चिमी सिंहभूम जिले के घाटकुरी में एक लौह अयस्क खदान आवंटित किया गया था, जिसमें भ्रष्टाचार का आरोप है। सीबीआई ने इस मामले में सुनील सिंह की भी भूमिका पाई थी और उन पर आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आरोप लगाए थे।
सीबीआई के अनुसार, खदान आवंटन में राज्य सरकार के अधिकारियों ने उषा मार्टिन के पक्ष में पक्षपाती रवैया अपनाया था और कंपनी ने वादा किया था कि वह हाट गम्हरिया स्थित अपने इस्पात संयंत्र में लौह अयस्क का उपयोग करेगी। हालांकि, बाद में कंपनी ने इस वादे से मुकरने का दावा किया।
इस घोटाले में अन्य आरोपी, आईएएस अधिकारी अरुण कुमार सिंह और इंद्रदेव पासवान को भी अदालत से राहत मिल चुकी है।