Nirsa: सीधे-साधे लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने का मामला कोयलांचल धनबाद जिला के निरसा में सामने आया है। यहां देवनारायण सुपाकर जो कंचनपुर, (भौरा) मोहुलबनी हाउस नंबर 160 थाना सुदामडीह, जिला धनबाद का रहने वाला है। उसने पिछले लगभग 4 वर्षों से रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर भोले-भाले लोगों को ठगा करता था। देवनारायण सुपाकर अपने आप को रेलवे के बड़े अधिकारी से साठगांठ की बात कह कर लोगों को नौकरी लगवा देने के नाम पर ठगी करता था।
Nirsa: रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी
इनके गिरोह में 10 से 12 लोग शामिल हैं, जो कि ग्रुप (सी) और ग्रुप (डी) रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी किया करता था। पिछले दिनों निरसा थाना क्षेत्र के श्यामलाल रविदास ने लिखित आवेदन देकर कहा कि मुझे एवं मेरे भाई को रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 18 लख रुपये लिए गए। जगह-जगह ले जाकर ट्रेनिंग भी करवाई। जोइनिंग लैटर एवं आई कार्ड भी दिया, परंतु जब हमने रेलवे के वरीय पदाधिकारियों से संपर्क साध कर कागजात दिखाए तब पता चला कि हम जालसाजी का शिकार हो चुके हैं।
Nirsa: ठगी के मामले में गिरफ्तार
इसके बाद हमने इसकी शिकायत निरसा थाने में की। पुलिस ने आरोपी देवनारायण सुपाकर को टीम बनाकर धर दबोचा। पुलिस की कड़ी पूछताछ में आरोपी ने इस कांड में अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। यह जानकारी निरसा एसडीपीओ रजत मणिक बाखला ने सोमवार को अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता कर दी।
संदीप कुमार शर्मा की रिपोर्ट
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