बेतिया : खबर बेतिया से है जहां राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) के तहत ह्रदय रोग से पीड़ित जिले के विभिन्न प्रखंडों के 24 बच्चे को उनके अभिभावकों के साथ बेहतर इलाज के लिए जिला स्वास्थ्य समिति बेतिया से अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रमेश चंद्रा ने हरी झंडी दिखाते हुए एंबुलेंस को इंदिरा गांधी ह्रदय रोग संस्थान पटना रवाना किया। उन्होंने बताया कि वहां इन बच्चों की कैंप में स्क्रीनिंग की जाएगी, जहां सामान्य रोग होने पर पटना में ही इलाज की जाएगी। वहीं गंभीर हृदय रोग होने पर अभिभावकों के साथ हवाई जहाज से श्री सत्य साईं हॉस्पिटल अहमदाबाद रवाना किया जाएगा। जहां इनके ह्रदय में छेद की निःशुल्क सर्जरी कराई जाएगी।
डॉ. चंद्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत अबतक 84 बच्चों को भेजकर हृदय का जांच कराया जा चुका है। जिसमें से 45 बच्चों का अब तक निःशुल्क ऑपरेशन कराया जा चुका है। डॉ. चंद्र ने कहा कि जिले के लिए यह ख़ुशी की बात है की मीडिया के सहयोग से लोग जागरूक हुए हैं। जिसके कारण अब सभी प्रखंडों के लोगों को मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना का लाभ मिल रहा है। आरबीएसके के जिला समन्वयक रंजन मिश्रा ने बताया कि जिले के सरकारी स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्र पर ऐसे बच्चों की स्वास्थ्य जांच कर स्क्रीनिंग की जाती है। उसके बाद ऐसे गंभीर बीमारियों से ग्रसित बच्चों की पहचान करते हुए उन्हें विशेष इलाज की सुविधा हेतु एंबुलेंस से पटना रेफर किया जाता है। उसके बाद गंभीर ह्रदय रोग से पीड़ित बच्चों को सत्य साईं हॉस्पिटल अहमदाबाद उनके अभिभावक के साथ भेजा जाता है। जहां रहने, खाने और इलाज की सभी व्यवस्था के साथ ही हवाई जहाज के टिकट की निःशुल्क व्यवस्था की जाती है।
इन प्रखंडों के बच्चे हुए रवाना
जिले के मझौलिया (4), नौतन (3), भीतहां (2), पिपरासी (2), बेतिया (2), नरकटियागंज (2), बगहा-1 से (1),
बगहा-2 (1), लौरिया (1), योगापट्टी (1), मैनाटांड (2), चनपटिया (2) और बैरिया एक सहित कुल 24 बच्चों को डॉ. अफरोज आलम के देखरेख में भेजा गया। समन्वयक रंजन कुमार मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जीरो से 18 साल तक के बच्चों को इस योजना का लाभ दिया जाता है। उन्होंने नंबर जारी करते हुए कहा कि ह्रदय में छेद जैसी गंभीर समस्या हो तो जिला स्तर पर इस +918406065835 नंबर पर संपर्क करें।
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कैंप लगाकर की जाती है बच्चों की स्क्रीनिंग
डॉ. आरएस मुन्ना ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 43 प्रकार की बीमारियों की जांच चिकित्सकों द्वारा निःशुल्क रूप से आंगनबाड़ी केंद्रों, विद्यालयों व अन्य स्थानों पर कैंप लगाकर समय-समय पर की जाती है। जांच के दौरान कुछ बच्चों में हृदय रोग से संबंधित लक्षण दिखाई देने पर उन्हें जिले के अस्पताल में स्क्रीनिंग की जाती है। उसके बाद ह्रदय रोग से पीड़ित बच्चों को उनके माता-पिता और जरूरी कागजातों के साथ निःशुल्क एंबुलेंस पटना और उसके बाद विमान से श्री सत्य साइ हॉस्पिटल अहमदाबाद भेजा जाता है। उन्होंने बच्चों के अभिभावक से अपील करते हुए कहा कि ऐसे बच्चों की जानकारी होने पर सरकारी अस्पताल या जिला स्वास्थ्य समिति के जिला समन्वयक रंजन कुमार से संपर्क करें।
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दीपक कुमार की रिपोर्ट