रांची: झारखंड विधानसभा के आगामी बजट सत्र को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने उच्चस्तरीय बैठक की। यह बैठक उनके कार्यालय कक्ष में हुई, जिसमें मुख्य सचिव अलका तिवारी, गृह सचिव, डीजीपी, विभिन्न विभागों के सचिव, रांची एसएसपी और रांची डीसी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक के दौरान विधानसभा सत्र की तैयारियों को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी विभाग समय पर अपने उत्तर तैयार रखें, ताकि विधायकों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का सही और सटीक जवाब दिया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा न हो कि किसी प्रश्न का उत्तर किसी अन्य विषय से संबंधित हो।
अगले वित्तीय वर्ष के बजट पर भी बैठक में विचार-विमर्श किया गया। इसके अलावा, राज्य में विभिन्न संगठनों द्वारा किए जाने वाले विरोध-प्रदर्शनों और घेराव को देखते हुए कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए। विधानसभा अध्यक्ष ने इस बात पर जोर दिया कि विधि-व्यवस्था को लेकर कोई कोताही नहीं बरती जानी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष की अनुपस्थिति पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विपक्षी दल को इससे परेशानी हो रही है, क्योंकि आमतौर पर विपक्षी दलों को नेता प्रतिपक्ष ही संगठित और संचालित करता है। हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति हो जाएगी।
विधानसभा अध्यक्ष ने जानकारी दी कि 21 फरवरी को विधायकों की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है, जिसमें कार्यसूची को लेकर चर्चा की जाएगी। इसमें यह तय किया जाएगा कि सत्र के दौरान किन-किन विषयों पर चर्चा होगी।
पुलिस विभाग की समस्याओं को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विधायकों के साथ आने वाली भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसे ध्यान में रखते हुए, उन्होंने विधायकों से अपील की कि वे अनावश्यक लोगों को अपने साथ न लाएं, ताकि व्यवस्था बनाए रखना आसान हो।
इस उच्चस्तरीय बैठक के माध्यम से झारखंड विधानसभा के बजट सत्र को व्यवस्थित और प्रभावी ढंग से संचालित करने की रणनीति तय की गई।