वाराणसी / गाजीपुर : महाकुंभ जा रहे पटना के श्रद्धालुओं की स्कॉर्पियो हादसाग्रस्त, 5 श्रद्धालु घायल और स्थानीय युवक की मौत। महाकुंभ जाने-आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों के पूर्वी यूपी के गाजीपुर में हादसों का शिकार होने का क्रम जारी है। रविवार को भी एक बिहार के श्रद्धालुओं से भरी एक स्कॉर्पियो के हादसाग्रस्त होने की सूचना है।
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इस हादसे में एक स्थानीय युवक की मौत हो गई है जबकि स्कॉर्पियों में सवार बिहार की राजधानी पटना निवासी 5 श्रद्धालुओं के घायल होने की सूचना है। सभी घायलों को स्थानीय पुलिस द्वारा गाजीपुर के महर्षि विश्वामित्र मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
सभी हालत गंभीर लेकिन उपचार शुरू होने के बाद सभी की हालत में तनिक सुधार है। हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार से काफी देर अफरातफरी की स्थिति रही।
बेकाबू हो पेड़ से टकराई श्रद्धालुओं की स्कॉर्पियो
गाजीपुर पुलिस के मुताबिक, रविवार की सुबह करीब 6.15 बजे नोनहरा थाना क्षेत्र के सुसंडी चौराहा स्थित पुलिया के पास यह हादसा हुआ। महाकुंभ (प्रयागराज) स्नान करने बिहार से जा रहे श्रद्धालुओं की स्कॉर्पियो गाजीपुर में अचानक बेकाबू (अनियंत्रित) हो गई।
इसके बाद रविवार की सुबह टहलने निकले युवक को कुचलते हुए श्रद्धालुओं की स्कॉर्पियो एक पेड़ से टकरा गई। हादसे में स्थानीय युवक की मौत हो गई। वहीं, स्कॉर्पियो में सवार नौ श्रद्धालुओं में पांच घायल हो गए।
बताया जा रहा है कि गाड़ी अनियंत्रित होकर सड़क पर टहल रहे सुसंडी निवासी संदीप कुमार (19) को कुचलते हुए पेड़ में टकरा गई। इससे संदीप कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने मृतक संदीप के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इस हादसे में स्कॉर्पियो में सवार पटना के लंगर टोली गली पटना निवासी राधा देवी (50) और मंजू वर्मा (40) के अलावा पटना के ही सिपाड़ा निवासी सुचिता देवी (65), सोनी वर्मा और आशीष सिन्हा गंभीर रूप से घायल हो गए।
गाजीपुर पुलिस ने बताया कि स्कॉर्पियो सवार बिहार की राजधानी पटना के 9 श्रद्धालु महाकुंभ स्नान स्नान के लिए प्रयागराज जाने को निकले थे।

गाजीपुर में हुए हादसों में बिहार के 3 मासूम हुए अनाथ
महाकुंभ 2025 में संगम तीर्थ में स्नान के लिए यात्रा के दौरान हादसे के शिकार हुए श्रद्धालुओं के जत्थों में सबसे दहलाने वाला किस्सा पूर्वी यूपी यानि पूर्वांचल के गाजीपुर जिले से सामने आया है।
यहां दो अलग -अलग हादसों में बिहार के 3 मासूमों के सिर से मां-बाप का साया सदा के लिए उठ गया। बिहार के पूर्णिया और छपरा जिलों के ये 3 मासूम महाकुंभ के हादसों के दौरान अबोधावस्था में ही सदा के लिए अपने मां-बाप से बिछड़ गए।
पुलिस रिकार्ड, गाजीपुर जिला चिकित्सकालय की रिपोर्ट एवं गाजीपुर पोस्टमार्टम हाउस से मिले ब्योरों के मुताबिक, पूर्वी यूपी के गाजीपुर जनपद में 49 घंटे 15 मिनट में एक के बाद एक हुए कुल 7 सड़क हादसे महाकुंभ से जुड़े श्रद्धालुओं के साथ हुए।
इसमें 6 महाकुंभ श्रद्धालुओं की जहां मौत हो गई वहीं, 44 घायल हुए हैं। इनमें से 2 हादसों में बिहार के पूर्णिया और छपरा जिलों के श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि हुई। गाजीपुर में हुए 2 हादसों में बिहार के ये 3 मासूम अबोधावस्था में ही अनाथ हो गए।
गाजीपुर के नंदगंज थाना क्षेत्र के कुसुम्ही कलां गांव के पास हुए हादसे में मृत बिहार के छपरा के नैनी निवासी अर्जुन सिंह और उनकी 3 वर्षीय बेटी आराध्या के साथ खुशी के पलों में ली गई तस्वीर को देख हर किसी की आंखें नम हो जा रही थीं।
इस हादसे में बबीता सिंह और अर्जुन सिंह की मौत हो गई जबकि उनकी 3 वर्षीया बेटी आराध्या सिंह को खरोंच तक नहीं आई है।

पत्नी की लाश देख फफक पड़े पूर्णिया निवासी डॉ. मुकेश यादव…
ऐसी आंखें नम करने वाली दूसरी तस्वीर गाजीपुर के बिरनो से जुड़े हादसे में भी सामने आई। बिहार के पूर्णिया निवासी डॉ. मुकेश यादव पोस्टमार्टम हाउस पर अपनी पत्नी डॉ. सोनी यादव की लाश को देखते ही फफक पड़े। उनकी आखों के आंसू थम नहीं रहे थे।
काफी देर बार संयत हुए तो उन्होंने जो किस्सा सुनाया, उसे सुनकर हर आंखें नम हो गईं। पत्नी का शव लेने के लिए आए बिहार के पूर्णिया निवासी डाॅ. मुकेश यादव को सूचना मिलते ही गहरा आघात लगा था।
यहां पहुंचे परिवार से जुड़े लोगों के मुताबिक, हादसे में डाॅ. मुकेश यादव की पत्नी, बुआ गायत्री, बचपन से ही परिवार से जुड़े रहे वाले चालक मोहम्मद सलाउद्दीन, MR (मेडिकल रिप्रेंजेटेटिव) दीपक झा की मौत हुई।

पोस्टमार्टम हाउस में पत्नी डॉ. सोनी का शव देख डाॅ. मुकेश यादव बिलख उठे। डाॅ. मुकेश यादव की मोबाइल में पत्नी के जन्मदिन, साथी और जुड़वा बच्चों की भी तस्वीरें थी। इसे देख हर किसी की आंखें नम हो गई। परिजनों ने बताया कि दोनों ने महाकुंभ स्नान करने की इच्छा जताई थी।
पति-पत्नी में तय हुआ कि दोनों में से कोई एक ही स्नान करने जाएगा, ताकि एक लोग घर में बच्चों की देखभाल करेंगे। उसके बाद दो दिन पहले डाॅ. सोनी यादव अपनी कार से सभी के साथ निकली थीं। महाकुंभ स्नान को जाते वक्त अपने बच्चों से जल्द लौटने का वादा किया था।
हादसे के पहले की रात करीब 9.30 बजे उनकी पत्नी डाॅ. सोनी यादव ने फोन पर बात भी हुई थी। उस रात डाॅ. सोनी यादव ने अपने ढाई वर्षीय जुड़वा बेटों की किलकारियां भी सुनीं थीं। साथ ही पति से डाॅ. सोनी यादव बोली थीं कि रास्ते में हूं, सुबह तक पहुंच जाएंगी, लेकिन किसे पता था, वह अब नहीं लौटेंगी…।