रांची: झारखंड में मैट्रिक परीक्षा के पेपर लीक मामले को लेकर पुलिस की जांच तेज हो गई है। झारखंड पुलिस को इस पूरे मामले में कई अहम डिजिटल साक्ष्य मिले हैं, जिनके आधार पर राज्यभर में छापेमारी की जा रही है।
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पुलिस ने पेपर लीक गिरोह के कई सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है। झारखंड के पुलिस महानिदेशक DGP अनुराग गुप्ता ने इस पूरे मामले पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कोडरमा बना साजिश का केंद्र, कई गिरफ्तार
पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ है कि मैट्रिक परीक्षा का पेपर लीक गिरोह कोडरमा से ऑपरेट हो रहा था। इसी आधार पर पुलिस ने कोडरमा में बड़े पैमाने पर छापेमारी की और कई लोगों को गिरफ्तार किया। शुरुआती जांच में सामने आया है कि परीक्षा से पहले ही प्रश्न पत्र कुछ लोगों तक पहुंचा दिया गया था, जिसे डिजिटल माध्यमों के जरिए आगे प्रसारित किया गया।
बरामद डिजिटल डिवाइस और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों से कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं। पुलिस इन डेटा की गहन जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह के तार और किन-किन लोगों से जुड़े हुए हैं।
बड़े नेटवर्क की ओर इशारा, कई और गिरफ्तारियां संभव
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह सिर्फ कुछ लोगों का काम नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक संगठित रैकेट काम कर रहा था, जो पिछले कुछ समय से परीक्षा लीक से जुड़ी गतिविधियों में संलिप्त था। इस नेटवर्क का विस्तार झारखंड के अलावा अन्य राज्यों तक भी हो सकता है। बरामद डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर पुलिस अगले कुछ दिनों में और गिरफ्तारियां कर सकती है।
छात्रों और अभिभावकों में रोष, सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग
पेपर लीक मामले के खुलासे के बाद छात्रों और अभिभावकों में गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि ऐसे रैकेट की वजह से मेहनती छात्रों का भविष्य प्रभावित होता है और शिक्षा प्रणाली पर सवाल खड़े होते हैं। इस मामले को लेकर विभिन्न छात्र संगठनों ने भी कड़ी नाराजगी जताई है और सरकार से दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है।
पुलिस का आश्वासन: दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
DGP अनुराग गुप्ता ने कहा कि पुलिस पूरी गंभीरता से इस मामले की जांच कर रही है और किसी भी दोषी को नहीं बख्शा जाएगा। प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि आगे से ऐसी घटनाएं न हों और परीक्षाओं की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाए।
झारखंड पुलिस और प्रशासन इस पूरे मामले को लेकर पूरी तरह से सक्रिय है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है कि राज्य की शिक्षा प्रणाली को किसी भी तरह का नुकसान न पहुंचे।