डिजिटल डेस्क : Sunita Williams की धरती पर 9 महीने बाद हुई सकुशल वापसी। Sunita Williams (भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री) की महीने बाद यानी 286 दिनों के बाद धरती पर वापस लौट आई हैं।
अंतरिक्ष एजेंसी- नासा के वैज्ञानिकों के मुताबिक सुनीता और बैरी विल्मोर को लेकर लौट रहा यान तड़के 3.27 बजे अमेरिका के फ्लोरिडा में समुद्र तल पर उतारा। खास बात ये है कि इस मिशन में नासा के साथ एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स का भी उल्लेखनीय सहयोग रहा।
नासा ने अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी के बाद आधिकारिक बयान में कहा, सभी अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित धरती पर लौट चुके हैं। नासा ने कहा कि सभी यात्रियों की तबीयत ठीक है। उन्हें निगरानी में रखा जाएगा।
समुद्र से बाहर निकाले जाने की प्रक्रिया का जिक्र करते हुए नासा ने कहा, कोस्ट गार्ड की टीम ने शानदार काम किया।
धरती पर लौटने में लगे 17 घंटे
नासा क्रू-9 अंतरिक्ष यात्री Sunita Williams, निक हेग, बुच विल्मोर और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोरबुनोव ने स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल के सफल स्पलैशडाउन के बाद आज सुबह नौ महीने से अधिक समय में पहली बार धरती की हवा में सांस ली।
अंतरिक्ष यात्रियों को स्ट्रेचर पर कैप्सूल से उतरा गया। यह एहतियात लंबे समय के अंतरिक्ष मिशन से लौटने वाले सभी अंतरिक्ष यात्रियों के लिए बरती जाती है। अंतरिक्ष स्टेशन से पृथ्वी पर लौटने में इन लोगों को 17 घंटे लगे।
चारों एस्ट्रोनॉट 18 मार्च यानी मंगलवार को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से रवाना हुए थे। स्पेसक्राफ्ट के धरती के वायुमंडल में प्रवेश करने पर इसका तापमान 1650 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो गया था।
इस दौरान थोड़ी देर के लिए कम्युनिकेशन ब्लैकआउट हो गया था। ड्रैगन कैप्सूल के अलग होने से लेकर फ्लोरि़डा के समुद्र में उतरने तक करीब 17 घंटे लगे।
जैसे ही कैप्सूल फ्लोरिडा के तट पर गिरा, कई डॉल्फ़िन इसके चारों ओर तैरती हुई दिखाई दीं, जो अंतरिक्ष यात्रियों का घर लौटने पर स्वागत कर रही थीं।

स्पेसक्राफ्ट से बाहर आते ही चहकीं Sunita Williams
ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट की सफल लैंडिंग के बाद Sunita Williams समेत सभी अंतरिक्ष यात्रियों को निकाला गया। ड्रैगन से बाहर आते ही सभी अंतरिक्ष यात्रियों ने कैमरे की ओर देखकर हाथ हिलाकर घर वापस लौटने की खुशी जाहिर की।
इसके साथ ही उनके चेहरे पर भी 9 महीने बाद धरती पर लौटने की खुशी देखी जा सकती है। बता दें कि बीते मंगलवार को सुबह स्पेसक्राफ्ट का दरवाजा बंद हुआ और थोड़ी देर बाद स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष स्टेशन से अलग हुआ।
उसके बाद बुधवार को रात 2 बजकर 41 मिनट पर डीऑर्बिट बर्न शुरू हुआ। यानी, कक्षा से उल्टी दिशा में स्पेसक्राफ्ट का इंजन फायर किया गया। इसकी वजह से स्पेसक्राफ्ट की धरती के वायुमंडल में एंट्री हुई और सुबह 3 बजकर 27 मिनट पर वह फ्लोरिडा के तट पर पानी में लैंड किया।
बताया गया कि स्पेसक्राफ्ट के धरती के वायुमंडल में प्रवेश करने पर इसका तापमान 1650 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो गया था। इस दौरान थोड़ी देर के लिए कम्युनिकेशन ब्लैकआउट हो गया था।

Sunita Williams ने बनाए कई रिकार्ड…
Sunita Williams ने आईएसएस पर इस बार अपना सबसे लंबे समय तक रहने का रिकॉर्ड बनाया। एक बार में 286 दिन तक अंतरिक्ष में रहकर Sunita Williams नासा की रिकॉर्ड बुक में भी अपना नाम दर्ज करा चुकी हैं।
दरअसल, अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों की बात करें तो एक दौरे में सबसे ज्यादा दिन तक आईएसएस पर रहने का रिकॉर्ड अब तक फ्रैंक रूबियो के पास है। वहीं, मार्क वांडे हेई अब तक 355 दिन आईएसएस पर बिताए हैं।
इसके बाद स्कॉट केली, महिला अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टिना कॉश और पेगी व्हिट्सन का नंबर है। इस लिहाज से एक दौरे में आईएसएस पर सबसे ज्यादा दिन बिताने वाले अंतरिक्ष यात्रियों में Sunita Williams छठे नंबर पर काबिज हो गई हैं।
हालांकि, इसके लिए उन्होंने इस बार अंतरिक्ष यात्री एंड्रयू मॉर्गन का 272 दिन का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
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