लखनऊ : CM Yogi ने Lucknow में उपचाराधीन मंदित बच्चों से की भेंट, बेहतर देखरेख का निर्देश। CM Yogi आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अचानक Lucknow के लोकबंधु अस्पताल में उपचाराधीन मंदिर बच्चों की जारी देखरेख का निरीक्षण करने पहुंचे।
उपचाराधीन रिहैब सेंटर निर्वाण के बच्चों से अलग-अलग वार्ड और कक्ष में जाकर CM Yogi मुलाकात की। चिकित्साधिकारियों एवं लोकबंधु अस्पताल के समस्त स्टाफ को इन मंदित बच्चों के बेहतर देखरेख एवं उपचार के लिए CM Yogi ने निर्देश दिए।
साथ ही CM Yogi आदित्यनाथ ने प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग एवं प्रोबेशन विभाग के अधिकारियों को पूरे मामले में इन मंदित बच्चों के सेहत के प्रति बरती गई लापरवाही एवं जिम्मेदार संस्था एवं उनके लोगों के बारे में रिपोर्ट को तलब किया है।
CM Yogi ने स्पष्ट किया कि इन बच्चों के साथ खान-पान या किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी एवं जांच में जो भी दोषी या जिम्मेदार मिलेंगे, उन पर सुसंगत कठोर कार्रवाई होगी।
4 मंदित बच्चों की मौत से हड़कंप…
बता दें कि राजधानी Lucknow में खाना खाने के बाद बीमार हुए निर्वाण संस्था के बच्चों में से 4 के मौत होने की जानकारी बाहर आते ही पूरे अमले में हड़कंप मच गया। Lucknow के मोहान रोड स्थित निर्वाण संस्था में 4 दिन पहले 70 मानसिक मंदित बच्चों की तबीयत बिगड़ गई थी।
आनन-फानन में 24 बच्चों को लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां बीते गुरूवार को उपचा्राधीन कुल 4 बच्चों के मौत होने की पुष्टि की गई है। बताया गया कि बीते सोमवार को एक बालक और मंगलवार को दो बालिकाओं की मौत हो गई। वहीं गुरुवार की सुबह एक और बच्चे की मौत हो गई।
यह मामला संज्ञान में आते ही स्वास्थ्य महकमे से लेकर प्रोबेशन विभाग और स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया। तुरंत प्रकरण की जानकारी होते ही Lucknow के DM और कमिश्नर ने जानकारी लेने को उपचाराधीन बच्चों से मिलने अस्पताल पहुंचे।
गुरूवार की सुबह Lucknow की मंडलायुक्त रोशन जैकब और DM विशाख जी ने लोकबंधु अस्पताल पहुंचकर बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली।
उसी क्रम में पूरा मामले पर गंभीर संज्ञान लेते हुए शुक्रवार को खुद CM Yogi आदित्यनाथ उपचाराधीन मंदित बच्चों का हाल जानने लोकबंधु अस्पताल पहुंचे। उन्होंने मानसिक मंदित बच्चों से बात की। डॉक्टरों से उनके सेहत के बारे में जानकारी ली। सभी बच्चों का अच्छा इलाज करने के निर्देश दिए।

4 मंदित बच्चों की मौत की बात दबाने की हुई कोशिश
बताया जा रहा है कि CM Yogi आदित्यनाथ इस मामले में काफी नाराजगी में है। पता चला है कि पूरे मामले को दबाने की कोशिश की गई लेकिन प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों की तत्परता से मंदित बच्चों को सही समय पर बेहतर उपचार मुहैया कराने की व्यवस्था कराई गई।
बताया जा रहा है कि निर्वाण संस्था में मानसिक मंदित बच्चों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ हुआ है। बीते 23 मार्च की रात भोजन के बाद बीमार पड़ने वाले बच्चों में जान गंवाने वाले की संख्या 4 हो चुकी है।
लोकबंधु अस्पताल में 24 मार्च को 12 वर्ष के शिवांक की मौत हो गई थी। संस्था के लोगों ने उस घटना को दबा दिया था। फिर बीते बुधवार को रेनू (15) व दीपा (15) की मौत के बाद पूरा मामला खुला।
अब खुलासा हुआ है कि बलरामपुर अस्पताल भर्ती सूरज (12) की 25 मार्च को इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस मौत को भी छिपाने की कोशिश हुई। अभी भी एक बच्चे की हालत नाजुक है, जो ICU में भर्ती है।
डॉक्टरों की टीम उसकी सेहत की निगरानी में लगी है। अलग-अलग अस्पतालों में कुल 20 बच्चे भर्ती हैं जबकि 7 बच्चों का इलाज संस्था में चल रहा है।
वहीं घटना की जांच शुरू हो गई है। निर्वाण आश्रय केंद्र पारा इलाके के बुद्धेश्वर में बना है। यह पीपीपी मॉडल पर संचालित होता है। मानसिक कमजोर, अनाथ व लावारिस बच्चों को यहां रखा जाता है। यहां 147 बच्चे रहते हैं। इनकी उम्र 10 से 18 साल के बीच है।
मीडिया से साझा की गई जानकारी के मुताबिक, इस प्रकरण में अभी लोकबंधु अस्पताल में 16 तो बलरामपुर में 3 और केजीएमयू गांधी वार्ड में एक बच्चा भर्ती है।

इस केस में मंदित बच्चों की डेथ ऑडिट कराने की है तैयारी…
बता दें कि प्रकरण के संज्ञान में आते ही Lucknow के DM ने मामले की जांच के लिए CMO की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है। फिलहाल, डॉक्टरों के मुताबिक अभी तक इतने सारे बच्चों की अचानक तबियत बिगड़ने की कोई ठोस वजह सामने नहीं आई है। आशंका है कि इन बच्चों को फूड पॉइजनिंग हुई है।
संभवत: शाम के खाने की वजह से इन बच्चों की तबियत बिगड़ी। बताया तो यह भी जा रहा है कि शाम के खाने में इन बच्चों को दिन का बचा हुआ खाना परोसा गया था। इतनी गर्मी में यह खाना दूषित हो गया था और इसे खाने के बाद एक एक कर बच्चे बीमार होते चले गए।
खबर मिलते ही पुलिस और प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग और खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी अस्पताल पहुंच गए। इन अधिकारियों ने अस्पताल में भर्ती बच्चों से पूछताछ भी की।
Lucknow स्वास्थ्य विभाग एवं खाद्य सुरक्षा विभाग की एक टीम ने रिहैब सेंटर पहुंच कर खाने का सैंपल लिया है। सैंपल की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कोई एक्शन लिया जा सकता है। Lucknow प्रशासन ने मृत मंदित बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम कराया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी। इसी कारण आगे की जांच के लिए विसरा और हार्ट प्रिजर्व किया गया है। विसरा जांच रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण पता चल सकेगा।आरंभिक तौर पर फूड पॉइजनिंग की आशंका है।
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