Highlights
सिमडेगा : सिमडेगा मॉब लिंचिंग पर राज्यपाल रमेश बैस ने गंभीरता दिखाते हुए डीजीपी नीरज सिन्हा को तलब कर घटना के बारे जानकारी ली. साथ ही राज्यपाल ने घटना की निंदा करते हुए इसे पीड़ादायक बताया.
उन्होंने कहा कि पुलिस की मौजूदगी में किसी की मॉब लिंचिंग कर हत्या कर देना गंभीर अपराध है. गौरतलब है कि सोमवार को बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात कर पूरी घटना की जानकारी उन्हें दी थी. उसके एक दिन बाद ही भाजपा विधायक अमर बाउरी अपने साथ संजू प्रधान की विधवा पत्नी को राज्यपाल से मिलवाने राजभवन लेकर गये थे. जिसके बाद उन्होंने डीजीपी नीरज सिन्हा को बुलाकर पूरी घटना की जानकारी ली.
बता दें कि सिमडेगा के कोलेबिरा थाना इलाके के बेसराजाड़ा गांव में बीते 4 जनवरी को बीजेपी कार्यकर्ता संजू प्रधान को घर से जबरदस्ती निकालकर पांच सौ लोगों की भीड़ के सामने उसे पहले बेरहमी से पीटा गया. फिर जिंदा जला डाला गया. इस दौरान उसकी पत्नी मौके पर मौजूद पुलिसवालों से पति को बचाने की गुहार लगाती रही. लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रही.
इस कांड को लेकर कोलेबिरा थाने में कांड संख्या 3/22 के तहत धारा 147, 148 ,149 ,364, 302, 201 भादवि के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में नामजद 13 लोगों को किया गया है, जबकि 20 से 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
सूबे की सियासत गर्म
सिमडेगा मॉब लिंचिंग पर सूबे की सियासत गर्म है. बीजेपी इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. पार्टी का कहना है कि प्रतिबंधित मांस बेचे जाने का विरोध करने पर संजू प्रधान की हत्या कर दी गई. पार्टी ने पीड़ित परिवार के लिए 10 लाख रुपये मुआवजे की मांग की है. हालांकि पुलिस घटना के पीछे लड़की विवाद बता रही है.
रिपोर्ट : मदन सिंह
यूपीए प्रतिनिधिमंडल को राज्यपाल का दिलासा, जल्द होगी कार्रवाई