रांची: झारखंड के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने की दिशा में राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। आने वाले कुछ हफ्तों में राज्य के प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों को 8200 नए शिक्षक मिलने जा रहे हैं। इसमें पहली से पांचवीं तक के लिए 5600 प्राथमिक शिक्षक और छठी से आठवीं तक के लिए 2600 विज्ञान शिक्षक शामिल हैं।
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) ने शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह को सूचित किया है कि विज्ञान शिक्षकों का रिजल्ट अगले सप्ताह तक घोषित कर दिया जाएगा, जबकि प्राथमिक शिक्षकों का परिणाम इसके 10 दिन बाद जारी होगा। सभी सफल अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन और पदस्थापन की प्रक्रिया परिणाम के एक महीने के भीतर पूरी की जाएगी।
इन स्कूलों को मिलेगी प्राथमिकता
राज्य के करीब 8500 सरकारी स्कूल ऐसे हैं, जहां फिलहाल केवल एक शिक्षक कार्यरत हैं। ऐसे स्कूलों को प्राथमिकता के आधार पर नए शिक्षकों की नियुक्ति दी जाएगी। शिक्षा सचिव उमाशंकर सिंह के अनुसार, नियुक्ति तीन प्रमुख आधारों पर की जाएगी:
एक शिक्षक वाले स्कूलों को प्राथमिकता
जहां ड्रॉपआउट की दर अधिक है
जहां छात्र-शिक्षक अनुपात असंतुलित है
इन आधारों पर स्कूलों का चयन कर वहां शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। जिला स्तर पर शिक्षकों की पोस्टिंग की जाएगी और जेएसएससी शिक्षा विभाग को यह जानकारी उपलब्ध कराएगा कि किस जिले में कितने शिक्षकों की आवश्यकता है।
ड्रॉपआउट दर पर असर की उम्मीद
शिक्षा विभाग को उम्मीद है कि इन नई नियुक्तियों से स्कूलों में ड्रॉपआउट की समस्या में कमी आएगी। विभाग का मानना है कि शिक्षकों की अनुपलब्धता ही छात्रों के बीच पढ़ाई छोड़ने की एक बड़ी वजह रही है।
इस कदम से राज्य के शिक्षा ढांचे में सुधार की उम्मीद की जा रही है, जिससे विशेषकर ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जा सकेगी