पटना: बिहार में चल रहे गहन मतदाता पुनरीक्षण कार्य को लेकर विधानसभा सत्र के चौथे दिन भी सदन हंगामेदार रहा। विपक्ष लगातार एनडीए सरकार पर साजिश के तहत गरीब मतदाताओं का नाम सूची से हटाये जाने का आरोप लगा रहा है। विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा ने राजद और राजद नेता तेजस्वी यादव पर कई आरोप लगाये। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव जान बुझ कर सत्र को बाधित कर रहे हैं और निराधार मुद्दों पर हंगामा कर रहे हैं।
वे उन 17-18 लाख लोगों का नाम भी वोटर लसित में रखना चाहते हैं जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। तेजस्वी यादव को आपत्ति चुनाव आयोग के द्वारा 25 26 दिनों में कराये जा सत्यापन पर है। वे घुसपैठियों के वोटिंग अधिकार बचाने की बात कर रहे हैं। 1अगस्त से शुरू होने वाले नए वोटर बनाए की प्रक्रिया का भी ये लोग दुरूपयोग करने की फ़िराक में हैं। प्रक्रिया शुरू होने के बाद सब सामने आएगा कि नए वोटरों का नाम जोड़ने के लिए सबसे अधिक आवेदन कहां से आता है और किन लोगों का आता है। बहुत जदल ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।
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तेजस्वी यादव का घुसपैठियों को संरक्षण देने का ड्रामा सबके सामने आ जायेगा। उन्होंने तेजस्वी यादव पर झूठ बोल कर लोगों में भ्रम और भय फ़ैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भी विपक्ष आरक्षण और संविधान को खतरे में बता कर ड्रामा कर रहा था लेकिन क्या हुआ? ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि अब घुसपैठियों को बिहार लाकर वोटर बना कर अपने वोट बैंक की राजनीतिक रोटी सेंकने का लक्ष्य कभी पूरा नहीं होने वाला है।। हम मृत और फर्जी मतदाताओं पर हंगामे के पीछे घुसपैठियों को बचाने की साजिश सफल नहीं होने देंगे।
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