Desk. उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में दादरी गांव स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर में एक युवक “कृष्ण पुत्र संतोष, दिल्ली निवासी” बनकर लगभग एक साल से रह रहा था। कालांतर में कुछ ग्रामीणों को उस पर शक हुआ, जिनके पूछताछ के बाद सामने आया कि वह बिहार का रहने वाला है और असली नाम मोहम्मद कासिम है, जिसका पिता मौलवी हैं।
इस बीच गांववालों ने आधार कार्ड की मांग की, तब वह 15 दिन गायब हो गया और फिर वापस आ गया। मंदिर में आयोजित भंडारे के दौरान उसने मंदिर के कमरे से कुछ सामान निकालने की कोशिश की, जिससे संदेह पक्का हुआ। ग्रामीणों ने उसे पकड़कर पुलिस बुला ली।
बिहार में सत्यापन कार्रवाई
उस पर धार्मिक पहचान छिपाकर समाज की आस्था से खिलवाड़ करने और मंदिर से प्राप्त दान का व्यक्तिगत उपयोग करने की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। उसे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया। पुलिस ने आरोपी की दावा की गई पृष्ठभूमि सत्यापित करने के लिए बिहार पुलिस से मदद मांगी है। जांच की जा रही है कि यह व्यक्तिगत लाभ के लिए की गई धोखाधड़ी थी या सुनियोजित साजिश।
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