अमेरिका के 50% टैरिफ से झारखंड का 1500 करोड़ का निर्यात प्रभावित, कपड़ा उद्योग पर सबसे बड़ा संकट, 12 हजार युवाओं की नौकरियां खतरे में।
रांची: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत से आयात होने वाले उत्पादों पर 50% टैरिफ लगाने का सीधा असर झारखंड पर भी पड़ा है। यहां से हर साल लगभग 1500 करोड़ रुपये का निर्यात होता है, जिसमें कपड़ा, लाह उत्पाद और हैंडीक्राफ्ट प्रमुख हैं। अकेले अमेरिका को करीब 275 करोड़ रुपये का निर्यात किया जाता है।
सबसे ज्यादा संकट कपड़ा उद्योग पर मंडरा रहा है। यदि निर्यात में कमी आती है तो आने वाले महीनों में करीब 3000 लोगों की नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं, जिनमें से 2500 लोग सीधे कपड़ा उद्योग से जुड़े हैं। एक्सपोर्टर्स का कहना है कि नए बाजार ढूंढ़ना आसान नहीं होगा और कंपनियों को बड़ा घाटा झेलना पड़ेगा।
Key Highlights
अमेरिका ने भारतीय उत्पादों पर 50% टैरिफ लगाया
झारखंड से हर साल 1500 करोड़ रुपये का निर्यात
अमेरिका को झारखंड से 1193 करोड़ का निर्यात (2024-25)
कपड़ा उद्योग में 2500 और कुल 3000 नौकरियों पर संकट
रांची टेक्सटाइल हब में 12 हजार युवाओं की आजीविका खतरे में
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशंस (FIEO) के आंकड़े बताते हैं कि 2024-25 में झारखंड से अमेरिका को 1193 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ। इसमें फेरो-अलॉय, रोलर बियरिंग, ऑटोमोबाइल पार्ट्स, माइका, लाह, स्टील उत्पाद, इलेक्ट्रिकल उपकरण और कपड़े प्रमुख हैं। झारखंड के कुल 16,644 करोड़ रुपये के निर्यात में 7.17% हिस्सा अमेरिका का है।
रांची और आसपास का इलाका अब टेक्सटाइल हब बन चुका है, जहां ओरिएंट क्राफ्ट, अरविंद टेक्सटाइल्स, वेलेंसिया और अर्बन जैसी कंपनियां काम कर रही हैं। इनमें लगभग 12 हजार स्थानीय युवाओं को रोजगार मिला है। लेकिन अमेरिकी टैरिफ की वजह से पूरा सेक्टर खतरे में है।
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