हाईकोर्ट से जरूर मिलेगा न्याय- तेजस्वी
पटना : जरूर मिलेगा न्याय- तेजस्वी : डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी के मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव
को सीबीआई कोर्ट से मिली सजा के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि अदालत की कार्रवाई का हम सम्मान करते हैं. इस पर हम कोई टिप्पणी नहीं करेंगे. इससे पूर्व भी हमने कहा था कि अदालत का जो भी फैसला
आयेगा उसका पालन होना चाहिए. लालू यादव ने शुरू से ही अदालत के आदेश का पालन किया है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि यह फैसला सीबीआई की विशेष अदालत ने सुनाया है.
यह कोई अंतिम फैसला नहीं है. हम इस मामले को लेकर हाईकोर्ट जायेंगे.
मुझे पूर्ण विश्वास है कि हमको हाईकोर्ट से न्याय जरूर मिलेगा.
हाईकोर्ट जरूर निचली अदालत के फैसले को पलटेगी. तेजस्वी ने कहा कि सीबीआई, ईडी और इनकम टैक्स विभाग
हैं वे लोग लगातार अलग-अलग मामले को लेकर कार्रवाई कर रही है. देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है.
देश की आजादी से लेकर अबतक चारा घोटाला को छोड़कर और कितने घोटाला हुए हैं.
जरूर मिलेगा न्याय – तेजस्वी यादव ने विजय माल्या, नीरव मोदी का किया जिक्र
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि देश को छोड़िए क्या बिहार में अबतक कोई घोटाला ही नहीं हुआ है.
लगभग 80 घोटाले हो गए. आखिर सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स और इंटरपोल, एनआईए कहां है.
इतनी तेजी सिर्फ देश के एक ही नेता पर क्यों. क्या देश में एक ही घोटाला हुआ है.
लालू यादव थोड़ी सी सक्रियता क्या हुई सभी एजेंसी रेस हो गए.
अब तो 2024 की चुनाव होने में कुछ ही दिन बांकी है. सीबीआई विजय माल्या, नीरव मोदी, ललित मोदी,
मेहुल चौकसी को भूल जाती है. कुछ दिन पहले ही 23 हजार करोड़ रुपए लेकर एक व्यवसायी भाग
गये उसको भी ये एजेंसी भूल जाती है. सोचने वाली बात यह है कि ये लोग देश से बाहर कैसे भाग गये.
हनीमून पर जाने से पहले मेरे ऊपर जारी किया गया था लुकआउट नोटिस
तेजस्वी ने कहा कि मुझे हनीमून पर जाना था, लेकिन मेरे ऊपर लुकआउट नोटिस था. हमको कोर्ट से लुकआउट नोटिस हटवाकर बाहर जाना पड़ा. हमने कौन सा अपराध किया था जो हमपर लुकआउट नोटिस था. क्या विजय माल्या, नीरव मोदी, ललित मोदी, मेहुल चौकसी के लिए लुकआउट नोटिस नहीं था.
बिहार में सृजन घोटाला हुआ इसका जिम्मेवार कौन
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में सृजन घोटाला हुआ, इसका रिकवरी कौन करवायेगा.
वो भी तो कोषागार से गया. बिहार के ना जाने कितने जिलों में सृजन घोटाला हुआ.
जबकि इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री को थी. तो फिर क्यों नहीं मुख्यमंत्री पर कार्रवाई की गयी.
बल्कि चारा घोटाले में लालू ने जांच का आदेश दिया था. जिसने चारा घोटाले की जांच का
आदेश दिया उसी को जेल भेज दिया. लालू यादव ने जाने से पहले यही कहा था कि ना झूके हैं ना झुकेंगे.
उन्होंने हमेशा सांप्रदायिक शक्तियों से लड़े हैं. लालू यादव के साथ जो हो रहा है बिहार की जनता देख रही है.
बिहार की जनता ने लालू यादव को आशीर्वाद दिया और आज सबसे बड़ी पार्टी के रूप में राजद है.
आने वाले समय में लालू यादव के चाहने वाले लोग भाजपा, आरएसएस,
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विलुप्त करके ही दम लेगी.