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पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने जारी किया विभाग का रिपोर्ट कार्ड, बोले – ‘अब 6 घंटे की दूरी 3 घंटे में हो रही पूरी ’
पटना : बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने सोमवार को अपने विभाग की 2020 से 2025 तक की उपलब्धियों का रिपोर्ट कार्ड जारी किया । इस अवसर पर विभागीय सचिव संदीप पटेल, विशेष सचिव कपिल जी, अभियंता प्रमुख सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे ।
मंत्री ने कहा कि पिछले पाँच वर्षों में पथ निर्माण विभाग ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विजन के अनुरूप राज्य में सड़क नेटवर्क को आधुनिक और सुदृढ़ बनाने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किया है । उन्होंने बताया कि बिहार में अब कई मार्गों पर 6 घंटे की यात्रा महज 2 से 3 घंटे में पूरी की जा रही है ।
पथ निर्माण विभाग रिपोर्ट कार्ड और उपलब्धियाँ
नितिन नवीन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि “हमने आज 2020 से 2025 तक के कार्यों का रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने रखा है। इसमें हर जिले की प्रमुख योजनाओं और परियोजनाओं की पूरी जानकारी दी गई है।” रिपोर्ट कार्ड में विभाग की 25 प्रमुख योजनाओं, जिला-वार परियोजनाओं, और पूर्ण निर्माण निगम की उपलब्धियों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि विभाग अब 20 हजार किलोमीटर सड़कों के मेंटेनेंस के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है।
प्रमुख सड़क और पुल परियोजनाओं का दिया ब्यौरा
मंत्री ने कहा कि बीते वर्षों में कई अहम परियोजनाएँ पूरी की गई हैं जिनमें मुख्यरूप से हैं
- पटना-डोभी मार्ग का उद्घाटन
- सिमरिया पुल परियोजना का पूर्ण होना
- गंगा पथ (जीती गंगा एक्सप्रेसवे) का निर्माण
- मीठापुर-मुरलीगंज डबल डेकर ब्रिज का निर्माण
- भागलपुर-सादाबाद और मुंगेर-भागलपुर के बीच नई एच- मॉडल परियोजनाओं की शुरुआत
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार और नितिन गडकरी जी के सहयोग से बिहार को कई एक्सप्रेसवे की सौगात मिली है, जिनमें गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे, रक्सौल-हल्दिया कॉरिडोर, और पटना-पूर्णिया मार्ग शामिल हैं ।
ब्रिज मेंटेनेंस पॉलिसी बनी मिसाल
मंत्री ने कहा कि सराकार की ब्रिज मेंटेनेंस पॉलिसी को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है । हमने पुलों के रखरखाव के लिए विशेष नीति बनाकर उसे लागू किया है । “माननीय गडकरी जी ने भी इस नीति की प्रशंसा की है।
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2027 और 2047 का रोडमैप
नितिन नवीन ने बताया कि विभाग ने 2027 तक राजधानी पटना तक 4 घंटे के भीतर पहुंच की योजना बनाई है, और 2047 तक विकसित बिहार के विजन को ध्यान में रखते हुए रोडमैप तैयार किया जा रहा है। “हमारा लक्ष्य है कि बिहार के हर गांव से 40 किलोमीटर के दायरे में कोई न कोई फोर-लेन सड़क हो ।
विवादित मुद्दों पर सफाई
मीठापुर अंडरपास से जुड़ी चर्चा पर उन्होंने स्पष्ट किया कि “वह अंडरपास 25-30 साल पुराना है, नीचे से ट्रेन गुजरने के कारण धंस गया था, सड़क से इसका कोई संबंध नहीं है। विभाग ने जांच कर रिपोर्ट तैयार कर ली है।”
जनता मालिक है वही नंबर देगी
पत्रकारों के सवाल पर कि अपने कार्यकाल को कितने नंबर देंगे, तो मंत्री ने कहा “मैं खुद कस्टोडियन हूं, नंबर जनता देगी, लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि आज बिहार की सड़कों की चर्चा पूरे देश में हो रही है ।”
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