Pakur: जिले के अमड़ापाड़ा प्रखंड अंतर्गत बड़ा बास्को गांव के लोगों ने सरकार और प्रशासन की उपेक्षा से तंग आकर खुद ही अपनी राह बना ली। अब तक गांव में पक्की सड़क नहीं बनने से नाराज ग्रामीणों ने श्रमदान कर मिट्टी डालकर सड़क को चलने लायक बनाया है।
सड़क नहीं होने से एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंचती:
गांव के लोगों ने बताया कि इस कच्ची सड़क की वजह से बरसात के दिनों में हालात और भी बदतर हो जाते हैं। कीचड़ और गड्ढों से भरी सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क नहीं होने से एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पाती, जिसके कारण बीमार मरीजों और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल ले जाने में भारी मुश्किलें होती हैं।
कई बार प्रशासन से की गई थी गुहार :
ग्रामीणों ने बताया कि वे पिछले कई वर्षों से सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर कई बार अमड़ापाड़ा प्रखंड कार्यालय और जिला प्रशासन को आवेदन दिए गए, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीण ने बताया हम लोग हर बार आश्वासन पाते हैं, लेकिन सड़क आज तक नहीं बनी। आखिरकार हमने खुद अपने हाथों से मिट्टी डालकर रास्ता बना लिया ताकि बच्चों को स्कूल और मरीजों को अस्पताल ले जाया जा सके।
बाबूलाल मरांडी ने सरकार पर कसा तंज :
बड़ा बास्को की इस तस्वीर पर नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी ट्वीट कर झारखंड सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि झारखंड में सरकार के विकास के दावे खोखले हैं। जब लोगों को सड़क खुद बनानी पड़ रही है, तो ये कैसा विकास? मरांडी ने राज्य सरकार से पूछा कि जब ग्रामीण अपने मेहनत के बल पर सड़क बना सकते हैं, तो सरकारी मशीनरी आखिर किस काम में व्यस्त है।
ग्रामीणों में आक्रोश और निराशा :
गांव के लोगों ने बताया कि चुनाव के समय जनप्रतिनिधि कई वादे करते हैं, लेकिन चुनाव बीतते ही कोई मुड़कर नहीं देखता। अब ग्रामीणों ने तय किया है कि जब तक सड़क नहीं बनती, वे श्रमदान से हर साल इसकी मरम्मत करते रहेंगे।इस पहल ने गांव में एकजुटता और सामूहिक सहयोग की मिसाल पेश की है। ग्रामीणों की उम्मीद है कि प्रशासन अब उनकी इस मेहनत को देखकर जल्द पक्की सड़क का निर्माण करेगा।
रिपोर्टः संजय सिंह
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