रांची. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से ठीक पहले विपक्षी गठबंधन INDIA में गंभीर दरार उभरती दिख रही है। झारखंड की प्रमुख पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने ऐलान किया है कि वह बिहार में चुनाव नहीं लड़ेगी। पार्टी ने कहा कि घोषित 6 सीटों में से किसी एक पर भी उसे उम्मीदवार उतारने का मौका नहीं दिया गया।
RJD-कांग्रेस पर आरोप
JMM के वरिष्ठ नेता और मंत्री सुदीव्य कुमार सोनू ने कहा कि इस स्थिति के लिए राजद (RJD) और कांग्रेस दोनों जिम्मेदार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों दलों ने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया, और झामुमो को चुनावी रणनीति से बाहर रखा गया।
झारखंडी भावना को बताया आहत
सुदीव्य सोनू ने कहा कि यह केवल राजनीतिक फैसला नहीं, बल्कि “झारखंडी भावना को आहत करने वाला कृत्य” है। उन्होंने चेतावनी दी कि JMM इसका “राजनीतिक बदला” लेगी और आने वाले समय में महागठबंधन दलों की समीक्षा कर संगठन को अनुकूल निर्णय लिया जाएगा।
राहुल-तेजस्वी की यात्रा में बुलाया, फिर किया अपमान
JMM ने यह भी बताया कि हाल में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की यात्रा के समापन कार्यक्रम में हेमंत सोरेन को बुलाया गया था, क्योंकि झामुमो INDIA गठबंधन का हिस्सा है। लेकिन उसके बाद 13-14 दिनों में जो राजनीतिक धूर्तता दिखाई गई, उसने गठबंधन की नीयत पर सवाल खड़े कर दिए।
गठबंधन पर भविष्य में होगा पुनर्विचार
झामुमो ने स्पष्ट किया कि अब वह महागठबंधन के भीतर अपनी भूमिका और स्थिति की समीक्षा करेगा, और जो भी कदम उठाएगा, वह झारखंड और झामुमो के राजनीतिक हितों को ध्यान में रखकर होगा।
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