गढ़वा जिले के मझिआंव सीओ प्रमोद कुमार को गंभीर अनुशासनहीनता, दुराचार और दुर्व्यवहार के आरोप में झारखंड सरकार ने निलंबित कर दिया। जांच में आरोप साबित हुए।
मझिआंव सीओ प्रमोद कुमार सस्पेंड गढ़वा: जिले के मझिआंव अंचल अधिकारी (सीओ) प्रमोद कुमार को राज्य सरकार ने गंभीर अनुशासनहीनता और दुराचार के आरोपों में निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई झारखंड सरकार के कार्मिक विभाग की ओर से की गई है।
हालांकि निलंबन उस घटना से संबंधित नहीं है जिसमें सीओ को सरकारी क्वार्टर में एक गैर महिला के साथ पकड़ा गया था, बल्कि यह कार्रवाई उनके कार्यालय व्यवहार और कार्यशैली पर की गई शिकायतों के आधार पर हुई है।
मझिआंव सीओ प्रमोद कुमार सस्पेंड
गढ़वा उपायुक्त दिनेश कुमार यादव ने प्रमोद कुमार के खिलाफ की गई शिकायतों की जांच की थी। जांच में पाया गया कि उन्होंने कार्यालय में कर्मचारियों और आम नागरिकों से दुर्व्यवहार, मारपीट, अभद्र भाषा का प्रयोग, और कार्यालय अवधि में शराब का सेवन किया। इसके अलावा पैसों के लेन-देन और जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय की कमी जैसे आरोप भी सही पाए गए।
Key Highlights:
मझिआंव के अंचल अधिकारी प्रमोद कुमार को गंभीर अनुशासनहीनता और दुराचार के आरोप में निलंबित किया गया।
आरोप: दुर्व्यवहार, मारपीट, अभद्र भाषा, शराब सेवन, और जनप्रतिनिधियों से समन्वय की कमी।
जांच रिपोर्ट में सभी आरोप सही पाए गए, डीसी ने अनुशंसा की थी कार्रवाई की।
निलंबन अवधि में प्रमोद कुमार को रांची के दक्षिणी छोटानागपुर आयुक्त कार्यालय में भेजा गया।
पूर्व में भी गैर महिला के साथ सरकारी क्वार्टर में पकड़े जाने से विवादों में रहे थे।
प्रखंड प्रमुख आरती दूबे ने तीन अलग-अलग शिकायत पत्रों के माध्यम से कई गंभीर आरोप लगाए थे।
डीसी की रिपोर्ट (पत्रांक-430, दिनांक 26 सितंबर 2025) के आधार पर राज्य सरकार ने प्रमोद कुमार के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित करने का निर्णय लिया। निलंबन अवधि में उन्हें दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय, रांची में स्थानांतरित किया गया है।
मझिआंव सीओ प्रमोद कुमार सस्पेंड
प्रमोद कुमार का नाम इससे पहले भी विवादों में रहा है। कुछ माह पूर्व उनकी पत्नी ने उन्हें सरकारी क्वार्टर में एक गैर महिला के साथ रंगरेलिया मनाते हुए पकड़ा था, जिसके बाद यह मामला मीडिया और प्रशासनिक हलकों में खूब चर्चा में आया था। इससे पहले मझिआंव प्रखंड प्रमुख आरती दूबे ने 24 जुलाई 2025 को उपायुक्त को तीन अलग-अलग पत्र भेजकर सीओ के खिलाफ शिकायत की थी।
मझिआंव सीओ प्रमोद कुमार सस्पेंड
पहले पत्र में उन्होंने आरोप लगाया था कि सीओ अक्सर लोगों से दुर्व्यवहार और मारपीट करते हैं, दूसरे में कहा था कि उन्होंने बिना विज्ञापन के ही कर्मियों की नियुक्ति की, और तीसरे पत्र में लिखा कि वे राजस्व और भूमि विवाद मामलों में प्रखंड प्रमुख को अधिकार से वंचित करते हैं।
डीसी की जांच रिपोर्ट में सभी आरोप सही पाए गए, जिसके आधार पर सरकार ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा को स्वीकार कर निलंबन आदेश जारी किया।
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