DESK: राजधानी दिल्ली के लाल किला के पास हुए सोमवार शाम के विस्फोट के बाद सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं। घटना के बाद लाल किला मेट्रो स्टेशन को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। वहीं घटनास्थल को अब भी सफेद कपड़े से ढका गया है।
घटनास्थल से मिले मानव अंग, डीएनए जांच में पुष्टि:
विस्फोट के तीसरे दिन भी घटनास्थल से मानव अंग मिलने का सिलसिला जारी है। जांच टीम ने दिगंबर जैन लाल मंदिर के पीछे लाजपत राय मार्केट के पास एक शेड पर हाथ का हिस्सा बरामद किया। डीएनए रिपोर्ट से पुष्टि हुई है कि धमाके में मारा गया व्यक्ति डॉ. उमर ही था, जो जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल से जुड़ा था।
हाई ग्रेड मिलिट्री विस्फोटक का इस्तेमाल:
जांच एजेंसियों ने खुलासा किया कि धमाके में हाई ग्रेड मिलिट्री विस्फोटक का इस्तेमाल हुआ था। विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी तीव्रता वाला विस्फोट अमोनियम नाइट्रेट जैसे सामान्य विस्फोटकों से संभव नहीं है। इससे पाकिस्तानी सेना की संलिप्तता की भी संभावना जताई जा रही है।
जांच में सामने आई आतंकी साजिशें:
जानकारी के अनुसार, आतंकी उमर और मुजम्मिल वर्ष 2021 में तुर्किये गए थे, जहां उन्होंने जैश के हैंडलर्स से मुलाकात की थी। जांच में यह भी सामने आया है कि यह मॉड्यूल पाकिस्तान से संचालित हो रहा था और योजना थी कि 26/11 जैसी सीरियल हमले दिल्ली में किए जाएं।
दिल्ली में कई स्थानों पर हमले की साजिश थी:
जांच एजेंसियों के अनुसार, जैश आतंकियों ने लाल किला, इंडिया गेट, कांस्टीट्यूशन क्लब, सरोजनी नगर, लाजपत नगर और सदर बाजार जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में सीरियल ब्लास्ट की योजना बनाई थी। हालांकि, अधूरी तैयारी के चलते साजिश को टाल दिया गया।
फोरेंसिक जांच जारी, सुरक्षा कड़ी:
धमाके में क्षतिग्रस्त I-20 कार के सभी पार्ट्स को रोहिणी फोरेंसिक साइंस लैब भेजा गया है, जहां एफएसएल, सीबीआई और एनआईए की टीमें जांच कर रही हैं। दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा गश्ती बढ़ा दी है और सभी संवेदनशील स्थानों पर निगरानी कड़ी कर दी गई है।
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