सारण से सच्चिदानंद राय का कट गया टिकट, 5 महीने से कर रहे थे चुनाव की तैयारी
पटना : सारण से सच्चिदानंद राय का कट गया टिकट, 5 महीने से कर रहे थे चुनाव की तैयारी- बिहार
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विधान परिषद के चुनाव में सारण के एमएलसी इंजीनियर सच्चिदानंद राय का टिकट कट गया है.
इसके बाद से उनके परिवार भी काफी दुखी हैं.
वहीं टिकट नहीं मिलने पर सच्चिदानंद राय ने मीडिया से कहा कि
वह नेतृत्व द्वारा लिए गए फैसले का सम्मान करते हैं.
हमें पीएम नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह पर भरोसा है.
के लोकसभा चुनाव के दौरान सच्चिदानंद राय ने अपने समाज के हित में सवाल उठाए थे.
भाजपा नेता उन्हें विशेष विमान से दिल्ली ले गए और अमित शाह से मिलवाया.
अब नेतृत्व ने उनका टिकट काट दिया है.
हमारे साथ विश्वासघात हुआ
उन्होंने कहा कि हमारे साथ बहुत बड़ा विश्वासघात हुआ है. हम लगातार 5 महीने से क्षेत्र में घूम रहे थे और हमें मीडिया के माध्यम से पता चला कि हमारे पिता को टिकट नहीं मिल रहा है. अगर मेरे पिता को पार्टी कार्यालय में बुलाकर यह बता दिया जाता कि किन कारणों से उनको टिकट नहीं मिल रहा है तो हमें ज्यादा संतुष्टि होती. लेकिन मीडिया के माध्यम से यह सूचना मिलना हमारे साथ काफी विश्वासघात हुआ है. हम चुनाव तो निश्चित लड़ेंगे पूरा जनादेश हमारे साथ है. हम सब लगभग 5 महीने से क्षेत्र में घूम रहे थे और हमारे क्षेत्र के जो लोग हैं उनकी भी मांग है कि चुनाव लड़ा जाए. इसी वजह से हम पटना पहुंचे हैं. हम अपने पिता के साथ बैठकर विचार-विमर्श करेंगे अपने परिवार के सदस्यों के साथ बैठेंगे लेकिन यह तय है कि चुनाव अवश्य ही लड़ा जाएगा.
बता दें कि बिहार में 24 सीटों के लिए होने वाले विधान परिषद चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी. शुक्रवार को बीजेपी केंद्रीय कार्यालय की तरफ से उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की गई. एमएलसी चुनाव के लिए बीजेपी ने 12 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की. इसमें सारण सीट से अपने सीटिंग कैंडिडेट और तेजतर्रार नेता सच्चिदानंद राय का टिकट काट दिया है. गोपालगंज में भी पार्टी ने नया कैंडिडेट दिया है.
सारण व गोपालगंज में नए प्रत्याशी
बिहार विधान परिषद की 24 सीटों पर हो रहे चुनाव में बीजेपी ने अपने कोटे के 12 उम्मीदवारों के नाम जारी कर दिए. हैरानी की बात यह है कि सारण सीट से प्रत्याशी सच्चिदानंद राय को टिकट नहीं मिला है. पार्टी नेताओं के कहने पर वे पिछले पांच महीने से चुनाव की तैयारी कर रहे थे. लेकिन जब बीजेपी नेतृत्व ने लिस्ट जारी की तो उसमें उनका नाम गायब था. वैसे बीजेपी नेतृत्व ने गोपालगंज से मौजूदा उम्मीदवारों की जगह नए उम्मीदवार दिए हैं. 2015 में सच्चिदानंद राय ने बीजेपी के सारण से चुनाव जीता था. लेकिन इस बार नेतृत्व ने एक नया चेहरा उतारा है. सच्चिदानंद राय को एक तेजतर्रार नेता के रूप में पहचाना जाता है. वह एक आईआईटी इंजीनियर और एक बड़े व्यवसायी भी हैं.
रिपोर्ट: शक्ति