Bokaro: सरकारी योजनाओं तक आम लोगों की पहुंच को आसान बनाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के दौरान शनिवार को कुमारदागा पंचायत भवन के बाहर एक ऐसी घटना सामने आई जिसने प्रशासनिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। “आपकी योजना–आपकी सरकार आपके द्वार” सेवा शिविर में अबुआ आवास योजना के लिए पहुंचे आवेदक उत्तम राय ने नाराज होकर अपने आवेदन पत्र को मौके पर ही कर्मचारियों के सामने फाड़ दिया। इस घटना को देखते हुए मौके पर मौजूद लोगों में हैरानी और अफसोस का माहौल बन गया।
दिव्यांग बहन के लिए वर्षों से कर रहे प्रयास:
उत्तम राय पिछले कई वर्षों से अपनी 51 वर्षीय दिव्यांग बहन कपूरा देवी के लिए सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का प्रयास कर रहे हैं। कपूरा देवी दृष्टिहीन हैं और चलने-फिरने में सक्षम नहीं हैं। बताया जाता है कि उनके पति ने उन्हें करीब 35 साल पहले छोड़ दिया था, जिसके बाद से उनकी पूरी जिम्मेदारी भाई निभा रहे हैं।
Government Scheme Failure: आश्वासन मिला, लाभ नहीं:
उत्तम राय के अनुसार उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, अबुआ आवास योजना और दिव्यांग पेंशन सहित कई योजनाओं के लिए बार-बार आवेदन किया, लेकिन हर बार उन्हें केवल आश्वासन ही मिला। शनिवार को उम्मीद के साथ शिविर में पहुंचने पर जब वहां कोई पदाधिकारी उपस्थित नहीं मिला, तो वे भावुक और नाराज़ हो गए। हताशा में उन्होंने अपने दस्तावेज़ वहीं फाड़कर फेंक दिए।
व्यवस्था और संवेदनशीलता पर उठे सवाल:
यह घटना न केवल सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की धीमी रफ्तार को उजागर करती है, बल्कि उन दिव्यांग और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की स्थिति को भी सामने लाती है, जो आज भी मूलभूत सरकारी सुविधाओं के इंतज़ार में हैं।
स्थानीय ग्रामीणों ने अधिकारियों की अनुपस्थिति और नागरिकों की समस्याओं के प्रति उदासीन रवैये को निराशाजनक बताया है।
रिपोर्टः चुमन कुमार
Highlights
