Giridih: बिरनी थाना क्षेत्र में सोमवार की सुबह जंगली हाथियों ने एक बार फिर से भय और अफरातफरी का माहौल पैदा कर दिया। अहले सुबह खेत की ओर गई तीन ग्रामीणों पर हाथियों ने अचानक हमला कर दिया, जिसमें दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई।
मृतकों की पहचान शांति देवी (65) और बोधी पंडित (55) के रूप में हुई है। वहीं गंभीर रूप से घायल सुदामा देवी को पहले स्थानीय स्तर पर प्राथमिक उपचार दिया गया और फिर बेहतर इलाज के लिए गिरिडीह के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
कैसे हुई घटना?
ग्रामीणों के अनुसार सोमवार सुबह शांति देवी और बोधी पंडित अपने खलिहान की ओर जा रहे थे। उसी समय जंगल की ओर से गुज़र रहे हाथियों के झुंड ने उन्हें देख लिया। हाथियों ने अचानक हमला करते हुए दोनों को कुचल दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं कुछ दूरी पर मौजूद सुदामा देवी को एक हाथी ने पटक दिया, जिसके बाद वह गंभीर रूप से घायल हो गईं।
जंगली हाथियों का कहर – घटना के बाद हड़कंप :
घटना की खबर फैलते ही गांव में दहशत फैल गई। ग्रामीणों ने प्रशासन और वन विभाग को सूचना दी। हाथियों की मौजूदगी अभी भी आसपास के जंगलों में बताई जा रही है, जिससे इलाके में डर का माहौल कायम है।
विधायक पहुंचे, दी आर्थिक सहायता :
घटना की जानकारी मिलते ही बगोदर विधायक नागेंद्र महतो मौके पर पहुंचे। उन्होंने मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की और तत्काल 30-30 हजार रुपये राहत राशि प्रदान की। साथ ही आश्वासन दिया कि शेष सरकारी मुआवजा जल्द दिया जाएगा। विधायक ने वन विभाग को निर्देश दिया है कि जल्द से जल्द हाथियों को आबादी वाले क्षेत्र से दूर ले जाया जाए और ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
लगातार बढ़ रहा है मानव-हाथी संघर्ष :
बिरनी और आसपास के क्षेत्रों में पिछले कुछ महीनों से हाथियों का आतंक बढ़ा है। कई बार प्रशासनिक प्रयासों के बावजूद हाथियों का झुंड गांवों के पास पहुंच जाता है, जिससे जानमाल की क्षति होती है। ग्रामीणों ने वन विभाग से शीघ्र स्थायी समाधान की मांग की है।
रिपोर्टः राज रवानी
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