Ranchi: झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (JBVNL) ने वित्तीय वर्ष 2026-27 के लिए बिजली दरों में बड़ी बढ़ोतरी का प्रस्ताव दाखिल किया है। निगम ने यह प्रस्ताव सोमवार शाम झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग (JSERC) को सौंपा। अब आयोग प्रदेश के विभिन्न प्रमंडलों में जनसुनवाई आयोजित करेगा और उपभोक्ताओं से आपत्तियां एवं सुझाव लेगा। सभी पक्षों की सुनवाई के बाद अंतिम आदेश जारी किया जाएगा। आमतौर पर नई दरें 1 अप्रैल से लागू होती हैं, हालांकि इस साल इन्हें 1 मई से लागू किया गया था।
शहरी और ग्रामीण उपभोक्ताओं पर सीधा असर:
- प्रस्तावित टैरिफ में घरेलू उपभोक्ताओं पर बड़ा भार पड़ने की संभावना है।
शहरी घरेलू दर: 6.85 रुपये से बढ़ाकर 10.30 रुपये प्रति यूनिट
ग्रामीण घरेलू दर: 6.70 रुपये से बढ़ाकर 10.20 रुपये प्रति यूनिट
- फिक्स चार्ज में भी भारी वृद्धि का प्रस्ताव है—
ग्रामीण घरेलू: 75 रुपये से बढ़ाकर 125 रुपये प्रतिमाह
शहरी घरेलू: 100 रुपये से बढ़ाकर 150 रुपये प्रतिमाह
उद्योगों और किसानों के लिए भी बढ़ेगी लागत:
औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए भी बिजली दर में उल्लेखनीय बढ़ोतरी का प्रस्ताव किया गया है।
औद्योगिक दर: 9.10 रुपये से बढ़कर 10 रुपये प्रति यूनिट
सिंचाई (कृषि): 5.30 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये प्रति यूनिट
निगम के अनुसार बढ़ती ऊर्जा लागत, पुरानी देनदारियां और वितरण प्रणाली को मजबूत करने के लिए आवश्यक निवेश इस प्रस्तावित वृद्धि के प्रमुख कारण हैं।
एमडी के बिना दाखिल हुआ प्रस्ताव:
जेबीवीएनएल (JBVNL) में पिछले दो महीनों से एमडी का पद खाली है। यह पहला मौका है जब निगम ने एमडी की अनुपस्थिति में टैरिफ पिटीशन दाखिल किया है। एमडी की नियुक्ति के बाद निगम विस्तृत पिटीशन अलग से दाखिल करेगा।
पिछले वर्ष की तुलना:
चल रहे वित्त वर्ष 2025-26 में जेएसईआरसी (JSERC) ने जेबीवीएनएल (JBVNL) के प्रस्ताव पर विचार करने के बाद केवल 6.34% बढ़ोतरी को मंजूरी दी थी। उस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में घरेलू बिजली 40 पैसे और शहरी क्षेत्रों में 20 पैसे प्रति यूनिट महंगी हुई थी। जबकि निगम ने उस वर्ष 40.02% वृद्धि का प्रस्ताव भेजा था। आयोग की आगामी जनसुनवाई में इस प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा, जिसके बाद उपभोक्ताओं को नई दरों का वास्तविक असर समझ में आएगा।
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