बांका : बिहार के बांका जिले के अमरपुर थाना क्षेत्र के रामचंद्रपुर इटहरी गांव से एक ऐसी घटना सामने आई है। जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। यहां एक कलयुगी पुत्र ने अपनी ही पत्नी के साथ मिलकर अपने वृद्ध पिता के हाथ-पैर तोड़ दिए और फिर उन्हें तीन दिनों तक बंद कमरे में सड़ने के लिए छोड़ दिया। जख्मी वृद्ध कमलेश्वरी यादव को उनकी बेटी और दामाद ने बुधवार सुबह काफी मशक्कत के बाद बंद कमरे से बाहर निकाला और तुरंत रेफरल अस्पताल पहुंचाया।
रिपोर्ट में शरीर की 20 जगहों पर हड्डियां टूटी हुई पाई गईं
अस्पताल में डॉक्टर सौरभ सिंह ने जब एक्स-रे रिपोर्ट देखी तो मेडिकल टीम भी हक्का-बक्का रह गई। रिपोर्ट में शरीर की 20 जगहों पर हड्डियां टूटी हुई पाई गईं। स्थिति गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए मायागंज भागलपुर रेफर कर दिया है। इलाजरत वृद्ध ने रोते हुए बताया कि 12 साल पहले ही उन्होंने दोनों बेटों में पैतृक संपत्ति का बंटवारा कर दिया था। इसके बाद वे छोटे बेटे के साथ रह रहे थे और काम-काज में मदद भी करते थे। लेकिन यह बात बड़े बेटे सार्जन कुमार को नागवार गुजरती थी।
बड़े बेटे और बहू ने मिलकर लाठी-डंडे से बेरहमी से हमला किया
इसी नाराजगी में रविवार को बड़े बेटे सार्जन कुमार और बहू पूजा यादव ने मिलकर लाठी-डंडे से बेरहमी से हमला किया और उन्हें कमरे में बंद कर दिया। अब वृद्ध की ओर से थाने में लिखित आवेदन की प्रक्रिया जारी है और पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। इस दिल दहला देने वाली घटना ने फिर साबित कर दिया कि जब लालच इंसान के सिर चढ़ जाता है तो खून का रिश्ता भी उसके सामने बौना पड़ जाता है।
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दीपक कुमार की रिपोर्ट
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