Pariksha Pe Charcha : पीएम मोदी ने दी बच्चों के मन का बोझ खत्म करने की सलाह- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
शुक्रवार को छात्रों के साथ ‘परीक्षा पे चर्चा’ किया.
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में इस कार्यक्रम को आयोजित किया गया.
जहां स्टेडियम में 1000 छात्र मौजूद रहे. जहां पीएम मोदी सीधे छात्रों के साथ संवाद किया.
कार्यक्रम में पीएम मोदी एक टीचर की तरह छात्रों से बातचीत की और उनके सवालों का जवाब भी दिया.
पीएम मोदी ने कहा कि मेरा बड़ा प्रिय कार्यक्रम है,
लेकिन कोरोना के समय में आप सबसे मिल नहीं पाया.
मेरे लिए खुशी का कार्यक्रम है. बहुत दिन बाद आप लोगों से मिल पा रहा हूं.
मुझे नहीं लगता है कि आप लोगों को परीक्षा का डर होगा.
परीक्षा का डर आपके माता पिता को होगा
ज्यादा लोग वही है जिनके माता पिता को बच्चों से ज्यादा टेंशन है.
परीक्षा जीवन का हिस्सा- पीएम मोदी
छात्रों से बातचीत करते हुए पीएम मोदी ने कहा,
मन में तय कर लीजिए कि परीक्षा जीवन का सहज हिस्सा है. हमारी विकास यात्रा के ये छोटे-छोटे पड़ाव हैं. इस पड़ाव से पहले भी हम गुजर चुके हैं. पहले भी हम कई बार परीक्षा दे चुके हैं. जब ये विश्वास पैदा हो जाता है तो आने वाले एक्जाम के लिए ये अनुभव आपकी ताकत बन जाता हैं.
परीक्षा से डरने की जरूरत नहीं
इस सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा, आपको डर क्यों लगता है क्या ये आपका पहला टेस्ट है. परीक्षा हमारे जीवन का हिस्सा है. जब हम इतनी बार परीक्षा दे चुके हैं. आपके मन में जो तनाव होता है क्या ये तो नहीं है कि तैयारी में कमी है हो सकता है जितनी मेहनत चाहिए वो नहीं हुई होगी. मेरा आपसे आग्रह है पैनिक नहीं होना है. आप वो कुछ मत करिए जो आपने सुना है. आप वो ही करिए जो आप करते हुए आए है. दबाव का वातावरण न पनपने दें.
हर परिवार के लिए बेटी बहुत बड़ी शक्ति
पीएम मोदी ने कहा, आज हर परिवार के लिए बेटी बहुत बड़ी शक्ति बन गई हैं. ये बदलाव बहुत अच्छा है. ये बदलाव जितना ज्यादा होगा, उतना लाभ होगा. आज खेलकूल में भारत की बेटियां हर जगह पर अपना नाम रोशन कर रही हैं. विज्ञान के क्षेत्र में हमारी बेटियों का आज पराक्रम दिखता है. 10वीं, 12वीं में भी पास होने वालों में बेटियों की संख्या ज्यादा होती हैं.
पढ़ाई में एकाग्रता की जरूरत
चुटकी लेते हुए पीएम ने पूछा आप लोग ऑनलाइन पढ़ाई के समय पढ़ाई करते हैं या रील देखते हैं? बात ऑनलाइन-ऑफलाइन की नहीं है, एकाग्रता का है. पीएम ने कहा कि दिन भर में कुछ समय खुद के लिए भी निकालें, जब आप ऑनलाइन/ऑफलाइन की बजाय ‘इनरलाइन’ हों. जितना अपने अंदर जाएंगे, आप अपनी ऊर्जा को अनुभव करेंगे. अगर इन चीजों को कर लेते हैं तो मुझे नहीं लगता कि ये सारे संकट आपके लिए कोई कठिनाई पैदा कर सकते हैं.
नई शिक्षा नीति पर पीएम मोदी ने ये कहा
नई शिक्षा नीति पर पीएम मोदी ने कहा, 2014 से ही हम नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के काम पर लगे थे. हिंदुस्तान के हर कोने में इस काम के लिए इस विषय पर Brainstorming हुआ. देश के अच्छे विद्वान, जो लोग साइंस और टेक्नोलॉजी से जुड़े थे, उसके नेतृत्व में इसकी चर्चा हुई. उससे जो ड्राफ्ट तैयार हुआ उसे फिर लोगों के बीच भेजा गया, उस पर 15-20 लाख इनपुट आए. इतने व्यापक प्रयास के बाद नई शिक्षा नीति आई है.
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी का सभी ने किया स्वागत
पीएम ने आगे कहा, सरकार कुछ भी करे तो कहीं न कहीं से तो विरोध का स्वर उठता ही है. लेकिन मेरे लिए खुशी की बात है कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी का हिंदुस्तान के हर तबके में पुरजोर स्वागत हुआ है. इसलिए इस काम को करने वाले सभी लोग अभिनंदन के अधिकारी हैं. इसमें लाखों लोग शामिल हैं. इसे देश के नागरिकों, विद्यार्थियों, अध्यापकों ने बनाया है और देश के भविष्य के लिए बनाया है.