कटिहार : बिहार के कटिहार में कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ ने सिर्फ इंसानों का ही जीना मुहाल नहीं किया है, मवेशियों के लिए भी बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। सबसे बड़ा संकट चारे का है। गंगा दियारा इलाके में बड़ी संख्या में लोग अपने मवेशियों के साथ फंसे हैं । मवेशियों के रहने के लिए न तो सूखी जमीन बची है और न ही चारा का इंतज़ाम हो पा रहा है। अपने मवेशियों के साथ बाढ़ में फंसे लोगों का कहना है कि अबतक उन्हे प्रशासन की ओर से मदद नहीं मिल पाई है। अगर जल्द मदद न मिली तो मवेशियों के लिए जान का संकट खड़ा हो जाएगा।
रेलवे ट्रैक पर निगरानी रखने के लिए रेलवे मॉनसून पेट्रोलिंग का सहारा
वहीं दूसरी तरफ गंगा और कोसी के इलाके में बाढ़ से तबाही मचा हुआ है। कटिहार के कई इलाके के रेलवे ट्रैक पर निगरानी रखने के लिए रेलवे मॉनसून पेट्रोलिंग के सहारे ध्यान रखा जा रहा है। कटिहार रेल मंडल के डीआरएम सुभेन्दु चौधरी ने बताया कि फिलहाल कहीं पर कोई बड़ा खतरा नहीं है लेकिन रेल मंडल जिला बाढ़ नियंत्रण के संपर्क में रहने के साथ-साथ मॉनसून पेट्रोलिंग के सहारे बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र या नदी के जद वाले इलाके से जुड़े रेलवे ट्रैक पर लगातार मॉनसून पेट्रोलिंग चलाकर हालात पर विशेष नजर बनाएंगे हुए हैं।
रिपोर्ट : श्याम