अब ड्रिंक एंड ड्राइव से होने वाली मौत पर लगेगा विराम,धनबाद के युवाओं ने किया तकनीक का ईजाद
Ranchi- अब ड्रिंक एंड ड्राइव से होने वाली मौत पर लगेगा विराम- ड्रिंक एवं ड्राइव यानी शराब पीकर ड्राइविंग करने की वजह से हर साल हजारों लोगों की जान जाती है.
Highlights
तमाम सेफ्टी मेजर्स और कानून के बावजूद कई लोगों की ज़िंदगी का सफर बीच रास्ते में ही खत्म हो जाती है.
लेकिन अब इससें घबराने की जरूरत नहीं है.
Samrt safety system against alcohol in vehchile
भारत कोकिंग कोल लिमिटेड में काम करने वाले तीन दोस्तों ने मिलकर एक ऐसे तकनीक का ईजाद किया है,
जिसकी मदद से आने वाले दिनों में सड़क हादसों में कमी लाने में मदद मिलेगी.
अजीत यादव ने अपने दोस्त सिद्धार्थ सुमन और मनीष बालमुचू के साथ मिलकर इस डिवाइस को तैयार किया है.
इसे आगे के परीक्षण के लिए DGMS यानी (Director General of Mines Safety) के पास भेजा गया है.
इंतजार अब केंद्र सरकार से अप्रूवल की है.
जिसके बाद इसे अमल में लाया जा सकेगा और हम भविष्य में सड़क हादसों के दौरान होने वाली मौतों को रोक पाएंगे.
छोटे से डब्बे में बंद यह सुरक्षा कवच लाखों जिंदगियां बचाने के लिए तैयार की गई है.
अक्सर लोग शराब पीकर गाड़ी चलाने से बाज नहीं आते.
इतना ही नहीं गाड़ी चलाते वक्त अक्सर नींद आने या झपकी लेने की वजह से भी कई हादसे होते है.
इन युवाओं की अगली कोशिश यह है इस डिवाइस की मदद से नींद की वजह से होने वाले हादसों को भी रोका जाए.
एक नजर में सड़क दुर्घटनाओं का आकंड़ा
हालिया सरकारी आंकड़ों पर अगर गौर करें तो साल 2020 में देश में सड़क दुर्घटनाओं के कुल 3,54,796 मामले दर्ज किए गए, जिसमें 1 लाख 33 हजार 201 लोग मारे गए.
ये आंकड़ा कोरोना काल के वक़्त लगे लॉक डाउन के दौरान का है.
जब ज्यादातर लोग अपने घरों में थे और सड़के वीरान थी.
इन आंकड़ों से आप समझ सकते हैं कि
इस छोटे से डिवाइस की मदद से हम आने वाले वक्त में कितनी जानें बचा सकते हैं.
बस जरूरत इस बात की है कि
सरकार और गाड़ी बनाने वाली कंपनियां इस तकनीक को जल्द से जल्द अमल में लाये
ताकि ना सिर्फ सड़क हादसों को रोका जा सके बल्कि उन हादसों में होने वाली मौत को भी टाला जा सके.
रिपोर्ट- मुन्ना कुमार/ राजकुमार जायसवाल