Highlights
Ranchi- पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि झामुमो और गठबंधन के कुछ लोग कई दिनों से मुझे ढूढ़ने में लगे थें, मैंने भी अखबारों में पढ़ा की कुछ लोग बड़ी ही बेशब्री से मेरी खोज कर रहे हैं, लेकिन मैं भ्रष्टाचार के महासागर में रत्नों को ढूढ़ रहा था. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि मुख्यमंत्री की कल्पना सोरेन के नाम पर रांची के दो जगहों पर आदिवासी जमीन की डील हुई है. एक स्थान पर 13 कट्ठा और दूसरे जगह पर 17 कट्ठा आदिवासी जमीन की खरीद हुई. दोनों ही स्थान पर कल्पना सोरेन से इसमें अपने पति हेमंत सोरेन का नाम लिख कर अपने पिता का नाम दिया और गलत तरीके से जमीन का नामांतरण करवाया.
किसने रोका था पूजा सिंघल मामले में कार्रवाई से–पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास
सीएनटी एक्ट का हुआ खुल्लम खुला उल्लंघनआदिवासी जमीन की खरीद के लिए एक ही थाना क्षेत्र का निवासी होना अनिवार्य है, लेकिन कल्पना सोरेन के द्वारा रांची में जमीन की खरीद करनी छोटाकाश्तकारी अधिनियम का खुला उल्लंघन है.रघुवर दास ने कहा कि 34 लाख की जमीन को 4 लाख रुपये और 44 लाख की जमीन को 5 लाख रुपये में खरीद की गयी. उसका विक्रय मूल्य कम दिखलाया गया.भाजपा शासन काल में ही इस मामले की शिकायत जमीन विक्रेता बिरसा उरांव और राजू उरांव ने की थी.
प्रमंडलीय आयुक्त से करवायी गयी थी इसकी जांच
तब प्रमंडलीय आयुक्त के द्वारा इसकी जांच करवायी गयी थी और उपायुक्त को सीएनटी एक्ट उल्लंघन के मामले में कार्रवाई का आदेश भी दिया गया था. इस मामले में वर्ष 2019 में नोटिस भी जारी किया गया था, लेकिन उसी वर्ष जेएमएम की सरकार बन गयी, इसके बाद सत्ता और रसूख का इस्तेमाल करते हुए मामले को अपने पक्ष में करवा लिया और उस जमीन पर सोहराय भवन का विशालकाय भवन का निर्माण करवाया गया.
साली के नाम पर दो-दो कंपनियों का संचालन
इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता.रघूवर दास ने हेमंत सोरेन एक बड़ा आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि उनके साली के नाम पर दो दो कंपनियों का संचालन किया जा रहा है. और अपनी काली कमाई इसमें खपायी जा रही है.पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि पूजा सिंघल के मामले में कहा जा रहा है कि पिछली सरकार पूजा सिंघल के विरुद्ध कार्रवाई क्यों नहीं की गयी, लेकिन सवाल यह है कि वर्तमान सरकार को किसने रोका था. पिछली सरकार के निर्णय में अगर कोई खामी थी तो आप इसमें सुधार कर सकते थें, संचिका तो आपके पास ही थी. कार्रवाई आपको करनी थी. इन सभी मामलों में भाजपा का एक प्रतिनिधित्व मंडल उचित फोरम पर अपनी शिकायत दर्ज करवायेगा और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद से हटवाने की मांग करेगा.
CTET और BTET अभ्यर्थियों ने मांगी नौकरी की भीख
भाजपा शासनकाल के सभी मंत्रियों और अधिकारियों की संपत्ति की जांच हो- बंधु तिर्की