शाह ने सीमांचल में फूंका लोकसभा 2024 का चुनावी बिगुल
पूर्णिया : सीमांचल में अमित शाह ने लोकसभा 2024 का चुनावी बिगुल फूंक
लालू प्रसाद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा.
पूर्णिया में ‘जन भावना महासभा’ को संबोधित करते हुए अमित शाह ने तंज कसते हुए कहा कि
जब से लालू यादव की गोद में नीतीश कुमार बैठ गये हैं तब से बिहार में डर का माहौल बन गया है.
सीमांत जिलों में जब आया तो नीतीश और लालू के पेट में दर्द हो रहा है.
सीमावर्ती जिले हिंदुस्तान का हिस्सा है किसी को डरने की जरूरत नहीं है.
बीजेपी को धोखा देकर लालू की गोद में स्वार्थ और सत्ता की राजनीति का जो परिचय दिया
उसके खिलाफ बिगुल फूंकने की शुरुआत यही से होगी.
प्रधानमंत्री बनने के लिए नीतीश आरजेडी और कांग्रेस के साथ गए.
नीतीश ने राजनीति में कई लोगों को घोखा दिया है.
सीमांचल में अमित शाह: नीतीश-लालू ने बिहार की जनता को दिया धोखा
अमित शाह ने कहा कि बीजेपी सेवा और विकास की पक्षधर है.
कल को नीतीश लालू को छोड़कर कांग्रेस के साथ चले जाएंगे.
जॉर्ज फर्नांडीस को भी नीतीश ने धोखा दिया और अब लालू के साथ भी कपट कर रहे हैं.
नीतीश कुमार-लालू यादव ने बिहार की जनता को धोखा दिया
मंच पर दिखे कई नेता
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शक्रवार को कहा कि बिहार की जनता के प्यार और समर्थन से
पूर्णिया का यह विशाल मैदान भी छोटा पड़ गया है.
उन्होंने इस रैली को लालू-नीतीश के खिलाफ चेतावनी का सिग्नल बताया. इस दौरान मंच पर सुशील मोदी, गिरिराज सिंह, रविशंकर प्रसाद, राधा मोहन सिंह, रेणु देवी, विजय सिन्हा समेत बीजेपी के कई नेता नजर आए.
यह भीड़ लालू-नीतीश के खिलाफ चेतावनी का सिग्नल
अमित शाह ने तंज कसते हुए कहा कि इस तरह सत्ता के स्वार्थ में दल-बदल करके नीतीश बाबू प्रधानमंत्री बन सकते हैं क्या, बिहार में सरकार चल सकती है क्या? लालू जी सुनिए, नीतीश कल आपको धोखा दे देंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि यह रैली नीतीश के खिलाफ शंखनाद है. रैली में आई यह भीड़ लालू और नीतीश सरकार के खिलाफ चेतावनी का सिग्नल है.
सीमांचल में अमित शाह: बिहार को वामपंथी उग्रवाद से मुक्त कराया
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने बिहार को तीन साल के अंदर वामपंथी उग्रवाद से मुक्त कराया. चक्रबंधा और भीमबंधा से नक्सलवाद खत्म किया गया. कभी वामपंथी उग्रवाद के प्रभाव में रहने वाला बिहार अब इससे मुक्त हो गया है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार गरीबों की सरकार है.