एक हजार दिन तो झांकी है, 1 लाख दिन बाकी है- जेएमएम

Ranchi- झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने हेमंत सरकार के एक हजार दिन पूरे होने पर कहा है

कि एक हजार दिन तो सिर्फ झांकी है, अभी एक लाख दिन बाकी है.

एक छत्तीसगढ़िया झारखंडियों को उसकी पहचान बता रहा है

पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को निशाने पर लेते हुए सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि

छत्तीसगढ़ से आया व्यक्ति झारखंडियों को उसकी पहचान बता रहा है.

उनका लोक लाज समाप्त हो चुका है. वह भूल रहे हैं कि

जिन बाबूलाल की पार्टी के विधायकों की खरीदकर उनकी सरकार चली है,

वह बाबूलाल आज उनकी ही पार्टी में है.  रघुवर शासन काल में एक भी जेपीएससी का इग्जाम नहीं हुआ.

राज्य की  नौकरियों में 11 और 13 जिलों का फोरमेट बनाया गया था.  

हेमंत सरकार के एक हजार दिन पूरे, सरकार बनते ही आया कोरोना संक्रमण

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हेमंत सरकार बनते ही कोरोना संक्रमण बढ़ गया.

सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती कोरोना से निपटना हो गया.

उस विपदा काल में भी हेमंत सरकरा ने किसी भी भूखा सोने नहीं दिया.

देश का पहला श्रमिक रेलगाड़ी हटिया स्टेशन पहुंचा

यह हमारी कोशिश का ही परिणाम था कि देश का पहला श्रमिक रेलगाड़ी हटिया स्टेशन पहुंचा था.

हमने कोरोना संक्रमण के उस बेहद खराब दौर में भी हर घर में राशन पहुंचाना सुनिश्चित किया.

पूरे देश में ऑक्सीजन की आपूर्ति झारखंड से की गयी.

देश के इतिहास में यह पहली सरकार है जिसने इतने कम समय में इतने काम कियें.

कोरोनावायरस में जान गंवाने वाले लोगों को आर्थिक सहायता पहुंचाने में भी हेमंत सरकार सबसे आगे रही.

राज्यकर्मियों को दिया पुरानी पेंशन स्कीम का तोहफा

सरकार गठन से पहले दिन से ही अपना वादे के अनुरुप हम काम लग गये.

पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किया, नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज का विस्तार नहीं किया गया.

सरना धर्म को मान्यता देने के लिए प्रस्ताव पारित केन्द्र को भेजा गया.

1932 का खतियान लागू करने का निर्णय लेकर खतियान आधारित स्थानीय नीति को मंजूरी दी गई,

वर्षों से ओबीसी आरक्षण का मामला लटका हुआ था,

ओबीसी आरक्षण को विस्तार देकर 27 फीसदी किया गया.

10 रुपये में धोती साड़ी और लूंगी

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हेमंत सरकार ने गरीब वर्गों का ध्यान रखते हुए मात्र 10 रुपये में  धोती, लूंगी साड़ी के वितरण का निर्णय लिया.

विदेशी विश्वविद्यालयों में आदिवासी मूलवासियों के बच्चों की पढ़ाई

सिर्फ रोजी रोजी ही नहीं हमारी सरकार ने आदिवासी मूलवासी वर्ग के बच्चों के लिए  विदेशी विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करने के लिए छात्रवृत्ति देने का निर्णय लिया,

आज हमारे बच्चे विदेशी विश्वविद्यालयों में पढ़ाई कर रहे हैं.

पारा शिक्षकों का समायोजन

 हेमंत सरकार ने पारा शिक्षकों को सहायक शिक्षक के रूप में समायोजित कर उनकी पीड़ा को दूर किया,

20 साल बाद फौलादी बुनियाद पर खड़ा झारखंड

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि 20 साल के बाद झारखंड अपने फौलादी बुनियाद पर खड़ा है.

और यही भाजपा का फ्रस्ट्रेशन में है, लेकिन भाजपा यह भूल रही है कि

शेर के बच्चे को शिकार करना नहीं सिखाया जाता.

शिबू सोरेन के सिपाही को काम करने से नहीं रोका जा सकता.

पाताल में जाकर युरिनियम खोज निकालते हैं, लिफाफा क्यों नहीं खोल सकते

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हम तो पाताल जाकर युरेनियम की खोज करने वाले लोग है,

तो यह लिफाफा क्या चीज है. चुनाव आयोग से पुनर्विचार की अपील की गई है

ताकि उस लिफाफे की कॉपी मिल सके. हमने अपने चुनावी घोषणा पत्र का 60 फीसदी कार्य पूरा किया,

कुछ ही दिनों में शेष 40 फीसदी भी पूरा कर लिया जाएगा.

भाजपा के केंद्रीय नेताओं को राजनीति की यात्रा के लिए झारखंड नहीं बल्कि तीर्थटान के लिए आना चाहिए

वादे हैं वादों का क्या, वादों से मुकर गयी हेमंत सरकार

अगर ‘आइटम बम’ फटेगा न, तो उसकी प्रतिध्वनि भी सुनाई देगी- जेएमएम

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