Ranchi-अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर लंबित मांगों की पूर्ति के लिए राज्य के प्राथमिक और मध्य विद्यालय के शिक्षकों ने के लिए काला बिल्ला लगाकर आक्रोश व्यक्त किया है. संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र चौबे, महासचिव राममूर्ति ठाकुर और मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा कि शिक्षक अपने हक अधिकारों की लड़ाई को लेकर मजबूर होकर सड़क पर उतरे हैं.
अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ का आह्ववान
शिक्षक संघ के नेताओं ने कहा है कि शिक्षकों को कभी जाति प्रमाण पत्र बनवाने, कभी खाता खुलवाने, कभी शिशु गणना करवाने तो कभी बीएलओ कार्य करवाने में लगा दिया जाता है, आखिर शिक्षक क्या करे. लेकिन जब वेतन वृद्धि की बात आती है तो इन्ही शिक्षकों की अनदेखी कर दी जाती है.
शिक्षक राष्ट्र और समाज का भाग बदलने के साथ ही सरकार भी पलट देते हैं
सभी कर्मियों को सेवा काल में तीन अनिवार्य वित्तीय लाभ एमएससीपी देते हुए प्रमोशन देती है,
लेकिन शिक्षकों को इसमें शामिल नहीं किया जाता.
सरकार ट्रांसफर के नाम पर जोन जोन का खेल खेलती है.
कमेटी बनाती है और कमेटी की अनुशंसा अलमारियों में बंद कर देती है.
हम शिक्षक राष्ट्र और समाज का भाग बदलने के साथ सरकार भी पलट देते हैं
और लेकिन सरकार हमारे त्याग को हमारी कमजोरी समक्ष रही है.
अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ = 19 नवंबर को होगा सीएम आवास का ऐतिहासिक घेराव
संघ ने कहा है कि यदि शिक्षकों की मांग नहीं मानी गयी तो 19 नवंबर को
सीएम आवास का ऐतिहासिक घेराव किया जायेगा,
17 दिसंबर से अनिश्चितकालीन अनशन आंदोलन की शुरुआत होगी.