SNMMCH इमरजेंसी में चूहों ने कुतरा शव
मृतक के परिजनों ने अस्पताल कर्मियों पर लगाए गंभीर आरोप
धनबाद : ऐसा अस्पताल जहां शव- राज्य का एक ऐसा अस्पताल है जहां शव भी सुरक्षित नहीं है.
यहां शव को भी चूहे कुतर जाते हैं. हम बात कर रहें हैं झारखंड के बड़े अस्पतालों में
शुमार एसएनएमएमसीएच (SNMMCH) का. यहां मंगलवार को दो शवों के साथ छेड़छाड़ किए
जाने की घटना को लेकर मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा किया.
परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि मृतक के शरीर के साथ छेड़छाड़ कर
कुछ अनैतिक कार्य को अस्पताल कर्मियों के द्वारा अंजाम दिया गया है.
जबकि अस्पताल कर्मियों का कहना है कि शव को चूहों ने कुतर दिया है.
हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने मामले पर कहा है कि पोस्टमार्टम में सब क्लियर हो जाएगा.
अस्पताल कर्मियों पर लगाये गए आरोप बेबुनियाद है.
ऐसा अस्पताल जहां शव : सड़क दुर्घटना में एक युवक की हो गई थी मौत
बता दें कि सिंदरी गौशाला के समीप सोमवार को मोटरसाइकल दुर्घटना में दो युवक घायल हो गए थे, जिसमें एक युवक 21 वर्षीय साहिल की मौत हो गई थी. मर्चरी खाली नहीं होने के कारण SNMMCH इमरजेंसी वार्ड में मर्चरी के बाहर शव को रखा गया था.
जानिए अस्पताल कर्मी और परिजनों ने क्या दिया चौंकाने वाला जवाब
मृतक के परिजनों एवं मित्र की माने तो कुछ देर के लिए वे अस्पताल से बाहर गए थे जब लौट के देखा तो शरीर में गहरे जख्म के निशान थे. जब वहां पर मौजूद SNMMCH कर्मचारियों से पूछताछ की तो उनका जवाब चौंकाने वाला था. कर्मचारियों ने शव को चूहे द्वारा काटने की बात कह पल्ला झाड़ लिया. मामले पर मृतक के दोस्तों ने अस्पताल कर्मियों पर जानबुझ कर ग़लत नियत से मृत शरीर के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया. जिसको लेकर सडक हादसे के बाद की तस्वीरें भी दिखाई, जिसमें एक तस्वीर में शरीर पर दुर्घटना के बाद कोई भी जख्म के निशान नहीं है. दूसरी तस्वीर में गहरे जख्म के निशान मौजूद है, जो अपने आप में सवाल खड़े कर रही है.
ऐसा अस्पताल जहां शव : प्रभारी अधीक्षक ने दिया ये बयान
वहीं मामले में प्रभारी अधीक्षक डॉ अमरेन्दर कुमार सिंह ने बताया है चूहों द्वारा मरीजों को नुकसान पहले जरूर होता था पर अब इसके रोकथाम के लिए कई उपाय भी किए गए हैं पर शव के साथ छेड़छाड़ की घटना के कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा.
चाहे जो भी हो ऐसे में बड़ा सवाल तो अब खड़ा होता है कि राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालो में शुमार SNMMCH में जब मुर्दे ही सुरक्षित नहीं है तो आम मरीजों का क्या होगा.
रिपोर्ट: राजकुमार जायसवाल