सहरसा जेल में बंद कैदी की संदिग्ध मौत, उठ रहे कई सवाल

सहरसा : सहरसा जेल में बंद 26 वर्षीय कैदी की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई.

मामला बीते गुरुवार की देर रात का बताया जा रहा है.

कैदी की मौत की सूचना जैसे ही जेल पुलिस को मिली वैसे ही आनन फानन में

जेल पुलिस ने सदर अस्पताल लाया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.

मृत कैदी का नाम सेठो सादा है, जो जिले के चिराइयाँ ओपी क्षेत्र के ब्राह्मण टोला का

रहने वाला बताया जा रहा है. कैदी की मौत को लेकर जेल कर्मी के द्वारा परिजनों को सूचना दे दी गयी है.

परिजन के आने के बाद पोस्टमार्टम किया जाएगा.

मृतक पर पत्नी के हत्या का था आरोप

मिली जानकारी के अनुसार मृतक कैदी सेठो सादा अपनी पत्नी के हत्या के आरोप में कांड संख्या 286/13 में 9 साल से मंडल कारा सहरसा में बंद था. जिस समय मंडल कारा सहरसा में कैदी सेठो सादा उर्फ धर्मेंद्र सादा गया था उस समय कैदी की उम्र लगभग 17 साल का था यानी नाबालिग था. अब सवाल उठता है कि कैसे नाबालिग कैदी को मंडल कारा सहरसा में रखा गया. उक्त कैदी को बाल सुधार गृह में क्यों नहीं रखा गया था.

सहरसा जेल में बंद: मौत पर उठ रहे सवाल

बतातें चलें कि देर रात डॉ रोशन लाल सदर अस्पताल में ड्यूटी पर थे. उसी समय जेल प्रशासन के द्वारा उक्त कैदी को मृत अवस्था में ही लाया गया था. सूत्रों के अनुसार डॉक्टर पर जेल प्रशासन के द्वारा दबाब भी दिया जा रहा था कि, जो आप लिखिये की इलाज के दौरान मौत हुई है. लेकिन डॉक्टर ने इन बातों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा देर रात 1ः40 बजे कैदी को लाया गया था जिसका परीक्षण किया गया. परीक्षण के दौरान ब्रॉड डेड पाया गया. यानी कि अस्पताल आने से पहले ही मंडल कारा सहरसा में ही मौत हो चुकी थी. अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि कैदी की मौत कैसे हुई है और किस कारण से हुई है. बहरहाल कैदी की मौत पर कई सवाल उठ रहे हैं.

रिपोर्ट: राजीब झा

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