Sahibganj– संवैधानिक संस्थानों का दुरुपयोग – हेमंत सोरेन ने ईडी की नोटिस पर तंज कसते हुए कहा है कि राज्य में विपक्ष के खास अनुरोध पर ईडी अपनी कार्रवाई कर रही है. जब सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ईडी बुला सकती है, तो वह मुख्यमंत्री को भी बुला सकती है, यह बस यह बताने की कोशिश है कि देखो ईडी कितनी ताकतवर है, लेकिन हम भी किसी के डरने वाले नहीं है.
हम किसी के बुलाने से डरने वाले नहीं है. इनको लगता है कि हमारी जो पहचान है वह इनके बुलावे के साथ ही समाप्त हो जायेगी, यह यही गलतफहमी पाले हुए है. जब ये राजनीतिक रुप से सफल नहीं हो पाये तो संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर सरकार की छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही है.
संवैधानिक संस्थानों का दुरुपयोग -विपक्ष के खास अनुरोध पर हो रही ईडी की कार्रवाई
राज्यपाल रमेश बैस कहते है कि एटम बम का लिफाफा लेकर बैठे हैं.
लेकिन वह लिफाफा नहीं खोलते. लिफाफा के बजाय वह मुंह से एटम बम फोड़ते रहते हैं.
ये सब मिलीभगत है. षंडयत्रकारियों का जवाब राज्य की बच्चियां, नौजवान, किसान, मजदूर देगी.
भाजपा के उसके करतूतों का जबाव वह मजदूर देगा
जिसे सराकार ने कोरोना काम में हवाई जहाज से लाया था.
इस राज्य की बुजुर्ग, विधवा महिलाएं देंगी जिनको महज पेंशन के लिए 20-20 वर्ष रुलाया गया है
और उनका पेंशन दिया जा रहा है. यहां सुरक्षा में तैनात सिपाहियों से देंगे,
इनसे पूछिये की वर्तमान सरकार ने इनके लिए क्या किया,
पुलिस लाइन में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया,
जिसमें विधायक लोबिन हेब्रंम, मंत्री आलमगीर आलम, मंत्री सत्यानंद भोक्ता,
राजमहल विधायक अनंत ओझा, सांसद विजय हांसदा मौजूद रहे.